हिंदू धर्म में होलिका दहन का विशेष महत्व है। हर वर्ष फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भद्र रहित मुहूर्त में होलिका दहन होता है। इस साल होलिका दहन 28 मार्च यानी रविवार को है। शुभ मुहूर्त शाम 6:37 मिनट से रात 8:56 मिनट तक हैं जिसमें होलिका दहन होगा। इस दिन लोग अपने अंदर की बुराइयों को दूर करने का प्रण लेते हैं। होलिका दहन के दिन कुछ विशेष उपाय और टोटके किए जाते हैं। मान्यता है कि इन उपायों को करने से जन्मकुंडली से जुड़ा हर दोष दूर हो सकता है। स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य डॉ. पंडित गणेश शर्मा ये बता रहे हैं कि ऐसे ही कुछ आसान उपायों के बारे में.
होली की रात पूर्णिमा को सरसों के तेल का चौमुखी दीपक घर के मुख्य द्वार पर लगाए। बाद में होली में डाल दे।
जरूरतमंद को भोजन करवाएं।
जन्मकुंडली में राहु के कारण परेशानी है तो एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरें। उसी में थोड़ा सा गुड़ डालें और इस गोले को जलती हुई होलिका में डाल दें।
धन हानि से बचने के लिए होली के दिन पूर्णिमा को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर दोमुखी दीपक जलाएं। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें।
घर की सुख-समृद्धि के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। साथ ही होली की 11 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए।
यदि आपके घर में किसी भूत-प्रेत का साया है तो जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि अपने घर ले आएं और अपने घर के आग्नेय कोण में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें। सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
बेरोजगार हैं तो होली की रात 12 बजे से पहले एक नींबू ओर चार काली मिर्च लेकर चौराहे पर जाएं और उसके चार टुकड़े कर चारों दिशाओं में फेंक दें। पीछे मुड़कर न देखें।
एक सफेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम लाल चन्दन से लिखें जिससे पैसा लेना है फिर उस सफेद कागज को 11 गोमती चक्र के साथ में कहीं गड्ढा खोदकर दबा दें
एक सूखा जटा वाला नारियल, काले तिल व पीली सरसों एक साथ लेकर उसे सात बार अपने सिर के ऊपर उतार कर जलती होलिका में डाल देने से अज्ञात भय समाप्त हो जाएगा।
होलिका दहन के दूसरे दिन होलिका की राख को घर लाकर उसमें थोड़ी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूत-प्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
शीघ्र विवाह के लिए होली के दिन किसी शिव मंदिर जाएं और अपने साथ 1 साबूत पान, 1 साबूत सुपारी एवं हल्दी की गांठ रख लें। पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ रखकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद पीछे मुड़कर नही देखे
गोबर के कंडे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर होली में डालें
एक काला कपडा लें और उसमें काले तिल, 7 लौंग, 3 सुपारी, 50 ग्राम सरसों और किसी स्थान की मिट्टी लेकर एक पोटली बना लें। इसे खुद पर से 7 बार वार लें और होलिका दहन में डालें*।
9 नींबूओं की माला बनाएं और भैरव महाराज को चढ़ाएं
उडद की दाल के दही बड़े ओर जलेबी बनाये ओर 7 सफाई कर्मियों को बांटे
कोई समस्या रोग, लम्बी बीमारी , रोजगार ,ऊपरी बाधा , नजर दोष आदि से पीड़ित हो तभी उपाय करें। अन्यथा नहीं करें।