संसद के दोनों सदनों में एनसीटी बिल पास होकर कानून बन चुका है। इसके बाद अब दिल्ली में सरकार का मतलब मुख्यमंत्री और उनका कैबिनेट नहीं बल्कि उपराज्यपाल होगा। इसी के विरोध में आज दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भाजपा पर निशाना साधने के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। सिसोदिया ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार केजरीवाल मॉडल से डर रही है इसलिए ये बिल लाई है।
केजरीवाल जी को आगे बढ़ने से रोकने के लिए ये बिल लाया गया है। केजरीवाल जी की लोकप्रियता और उनके काम को आगे बढ़ने से रोकने के लिए ये बिल लाया गया है। पिछले साल में दिल्ली में खूब काम हुए हैं और ये हम नहीं देश से लेकर विदेश तक इस पर चर्चा हो रही है।
जिन कामों के बारे में सोचा जाता था कि कोई सरकार नहीं कर सकती वो दिल्ली में कर लिए गए। आज दिल्ली के स्कूल सिस्टम की चर्चा हो रही है, अस्पताल सिस्टम की चर्चा हो रही है। दिल्ली का कोविड मैनेजमेंट सिस्टम शानदार रहा।
दिल्ली में टैंकर माफिया खत्म हो गया है लोगों को साफ पानी फ्री में मिल रहा है। दिल्ली में लोगों को बिजली 24 घंटे और मुफ्त व सस्ती मिल रही है। इसलिए मोदी जी की और भारतीय जनता पार्टी की राजनीति बेचैन हो गई है। केजरीवाल के इन कामों के सामने भाजपा और मोदी जी का कोई मॉडल नहीं है। इनकी जहां-जहां सरकारें हैं देश में कोई मोदी मॉडल की बात नहीं करता।
लोग पूछते हैं कि जहां बिजली बनती भी नहीं और दो तिहाई आबादी को मुफ्त बिजली मिल सकती है तो फिर दिल्ली के सिवाय जिन राज्यों में संसाधन पर्याप्त हैं वहां बिजली सस्ती और 24 घंटे क्यों नहीं मिल सकती।
भाजपा ने केंद्र या राज्य में कोई शिक्षा का मॉडल क्यों नहीं खड़ा किया, आज लोग इसे लेकर सवाल पूछ रहे हैं। आज सूरत में, हिमाचल के गांव-गांव में, अन्य राज्यों के चुनावों में केजरीवाल जी के नाम पर लोग वोट कर रहे हैं।
जो विजन केजरीवाल लेकर आते हैं वो भी भाजपा के लिए बड़ी चुनौती है। दिल्ली सरकार की योजनाओं से ये घबराते हैं। भाजपा का मॉडल चोरी का मॉडल है, बेईमानी का मॉडल है।