अब राजधानी स्थित अमीनाबाद के हजारों व्यापारियों को बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि अमीनाबाद में बना रहा बिजली घर का काम पूरी तरह से बंद हो गया है। इससे फतेहगंज, कैसरबाग, मोहन मार्केट, लाटूश रोड, नजीराबाद, खुर्शेदबाग सहित आसपास क्षेत्र की बिजली राम भरोसे रहने वाली है। वर्तमान में ओल्ड अमीनाबाद उपकेंद्र पहले से कराह रहा है। गर्मी बढ़ते ही यहां भी समस्याएं और लोड बढ़ने लगता है। हालांकि, यह उपकेंद्र तीस एमवीए के पॉवर ट्रासंफार्मर से लैस है।
बता दें, बिजली विभाग ने अमीनाबाद बिजली घर के लिए दो करोड़ की जमीन खरीदी थी, लेकिन इसके बाद भी अपने काम को रफ्तार नहीं दे पाया और निर्माण से जुड़ा काम पूरी तरह से बंद है। उल्टे ठेकेदार काम छोड़कर भाग गया है। अमीनाबाद में नया बिजली घर व्यापारियों के लिए बेहद जरूरी था। हर साल गर्मियों में बिजली को लेकर यहां हाहाकार मचता है। इसके लिए स्थानीय व्यापारी स्थानीय स्तर से लेकर मध्यांचल एमडी तक मिल चुके थे।
व्यापारी नेता अमरनाथ मिश्र कहते हैं कि बिजली हर घर की जरूरत है। जो काम अभी हो रहा है, इसे कई साल पहले हो जाना चाहिए। अगर ठेकेदार भाग गया है तो दूसरे ठेकेदार से काम कराना चाहिए। क्योंकि आम उपभोक्ता इसका खामियाजा दो माह बाद भुगतेंगे।
कोरोना काल में बिजली व्यवस्था ठीक रही है, इसके पीछे कारण सरकार व निजी कार्यालयों का बंद होना भी है। व्यापारियों की दुकाने व शोरूम बंद रहे हैं। इसलिए परेशानी नहीं हुई, क्योंकि खपत बिजली की न के बराबर हुई। वहीं अभियंताओं ने बताया कि नया बिजली घर दो गुणे दस एमवीए का बनना था। अभी तक सिर्फ बिल्डिंग के खंभे ही खड़े हुए हैं।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल महामंत्री अमर नाथ मिश्रा ने बताया कि बिजली की खपत गर्मियों में अचानक बढ़ती है, शोरूम में एसी चलने लगते हैं, इसलिए बिजली विभाग को चाहिए वैकल्पिक व्यवस्था करके बिजली घर का निर्माण कार्य पूरा कराए और जिन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति जानी है, वहां व्यवस्थां सुनिश्चित करवाएं। इससे व्यापारियों के साथ साथ अन्य लोगो को भी राहत मिलेगी।