नर्सिंग का एग्जाम देने बस में सवार होकर स्टूडेंट सीधी से सतना जा रहे थे कि सुबह-सुबह एक हादसे ने सबकी जिंदगी ही खत्म कर दी. 52 सीटर बस में करीब 54 लोग सवार थे जिनमें से 38 लोगों के शव बाहर निकाले जा चुके हैं, 6 तैरकर बाहर निकल आए और बाकी लापता हैं.
मध्य प्रदेश के सीधी में बड़ा भयावह सड़क हादसा हुआ. सीधी जिले से सतना जा रही यात्री बस अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी. घटना रामपुर नैकिन थाना इलाके की है जहां मंगलवार सुबह 7.30 बजे एक बोलेरो गाड़ी को साइड देते वक्त बस बस अनियंत्रित हो गई और नहर में जा गिरी.
बस में में करीब 54 यात्रियों के सवार होने की सूचना सामने आ रही है. नहर इतनी गहरी थी कि पूरी बस उसमें डूब गई और वह अंदर ही अंदर बहकर आगे तक चली गई. हादसे के बाद 6 लोग तैरकर बाहर निकल आए लेकिन उनकी हालत ऐसी है कि वह कुछ बोल ही नहीं पा रहे.
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हुआ और गोताखोरों को नहर में यात्रियों की खोजबीन के लिए पहुंचाया गया. मौके पर एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू के लिये पहुंच गई. बाणसागर नहर के जल स्तर को कम करने के लिए आगे की सिहावल नहर को चालू कर दिया गया, तब जाकर नहर में पानी कम हुआ.
नहर में पानी कम होते ही बस दिखाई दी तो उसे क्रेन से खींचकर बाहर निकाला गया. बस में से बॉडी निकलना शुरू हुई तो उनकी संख्या 38 तक पहुंच गई. कोई भी जिंदा हालत में नहीं था.
इस हादसे में मारे गए ज्यादातर स्टूडेंट लड़के और लड़कियां थीं जो सीधी से सतना नर्सिंग का एग्जाम देने जा रही थीं. कई लोगों के शव नहर में आगे तक बह गए हैं जिन्हें खोजा जा रहा है.
इस हादसे पर शोक जताते हुए मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट और राम खेलावन पटेल को तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना किया और इस दुर्घटना में जो नहीं रहे, उनके परिजनों को पांच लाख रुपये की सहायता राशि तत्काल देने की घोषणा की है.