केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले लगभग ढाई महीनों से किसान आंदोलनरत हैं और दिल्ली पुलिस ने किसानों की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए गाजीपुर सीमा पर सड़कों पर कीलें लगवाई थीं, जिन्हें हटवा लिया गया है. इसके बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर जिस जगह पर कीलें लगाई थी वहीं पर हम फूल बोएंगे. इसके लिए दो ट्रक मिट्टी मंगवाई गई है.
गाजीपुर बॉर्डर के पास से कीलों को निकालते कर्मचारियों के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे, जिसके बाद पुलिस का बयान सामने आया था कि सड़कों पर लगाई गई कीलों का ‘स्थान परिवर्तित’ किया जा रहा है. वहीं, पुलिस उपायुक्त (पूर्व) दीपक यादव ने कहा कि सीमा पर सुरक्षा के इंतजाम यथावत रहेंगे.
इधर, राकेश टिकैत ने पॉप स्टार रिहाना और पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थैनबर्ग जैसी अंतरराष्ट्रीय हस्तियों द्वारा आंदोलन के समर्थन का स्वागत किया, लेकिन साथ ही कहा कि वह उन्हें नहीं जानते हैं. अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के किसान प्रदर्शन का समर्थन करने के सवाल पर दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में बृहस्पतिवार को उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ये अंतरराष्ट्रीय कलाकार कौन हैं?’’ उन्हें जब पॉप स्टार रिहाना, पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, वयस्क फिल्मों की अदाकारा मियां खलीफा के बारे में बताया गया तो टिकैत ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारा समर्थन किया होगा लेकिन मैं उन्हें नहीं जानता.’’
राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से बड़ी संख्या में किसानों के दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर जमा होने के मद्देनजर गाजीपुर सीमा पर सुरक्षा इंतजाम लगातार पुख्ता किए जा रहे हैं. प्रदर्शन पर ड्रोन के जरिए नजर रखी जा रही है. कृषि कानूनों को निरस्त करने, फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी देने तथा दो अन्य मुद्दों को लेकर हजारों किसान दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं.