देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन तेजी से बढ़ा है. खासकर सरकारी सेक्टर में डिजिटल भुगतान की दर बहुत तेजी से बढ़ी है. कंट्रोलर जनरल ऑफ एकाउंट्स के मुताबिक करंट फाइनेंशियल ईयर में कुल 6.05 लाख करोड़ रुपए के सरकारी ट्रांजेक्शन का 98 फीसदी पेमेंट डिजिटल तरीके से किया गया.
ई-ट्रांजेक्शजन से बढ़ी सुविधा
सीजीए की ऑफिसर अर्चना निगम ने कहा- “बैंकिंग सिस्टम में ई-पेमेंट के आने से कलेक्शन फास्ट हुआ है और पेमेंट की फैसिलिटी भी मिली है.”41वें सिविल एकाउंट्स डे पर कहा, “फाइनेंशियल ईयर 2016-17 में अब तक कुल 5.95 लाख करोड़ रुपए का सरकारी भुगतान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से किया गया, जबकि कुल पेमेंट 6.05 लाख करोड़ रुपए किया गया. निगम के मुताबिक यह टोटल पेमेंट का 95 फीसदी है.”
सरकारी फंड का बेहतर इस्तेमाल
निगम ने कहा कि पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम ने सरकार को राज्यों और कार्यान्वयन एजेंसियों को नैशनल लैवल की प्रमुख योजनाओं के ट्रांजेक्शन फंड्स, ,डायरेक्ट बेनिफिशरी ट्रांजेक्शन से जारी फंड के ठीक तरीके से यूज करने में मदद की है.
निगम के मुताबिक, “इन योजनाओं के बेनिफिट हासिल करने वालों को सीधा लाभ उनके बैंक एकाउंट में मिलता है. इससे सरकार को लीकेज रोकने और सेविंग मदद मिली है. निगम पेमेंट की इस प्रोसस में ऑटोमेटेड फाइनेंशियल रिपोर्टिंग एकाउंट्स में भी काफी अधिक सुधार हुआ है.”