WhatsApp को नई प्राइवेसी पॉलिसी के चलते भारत में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इंटरनेट मीडिया लोकल सर्कल्स की तरफ से कराए गए सर्वे के मुताबिक 5 फीसदी भारतीयों ने WhatsApp अकाउंट को डिलीट कर दिया है। जबकि 22 फीसदी भारतीयों ने WhatsApp के इस्तेमाल को कम करने की बात कही है। जबकि 21 फीसद लोगों WhatsApp की जगह दूसरे मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि 75 फीसद ने बिजनेस चैट से परहेज करने की बात कही। 93 फीसद लोगों का कहना था कि वे WhatsApp पेमेंट सर्विस का इस्तेमाल नहीं करेंगे। भारत में करीब 400 मिलियन WhatsApp यूजर हैं। ऐसे में अगर आंकड़ों के हिसाब से करीब 2 लाख लोगों ने नई प्राइवेसी पॉलिसी के चलते ऐप का इस्तेमाल बंद कर दिया है। वही 8.1 करोड़ लोग दूसरे मैसेजिंग ऐप और 8.8 करोड़ लोगो ने WhatsApp का काम इस्तेमाल करने की बात कही है।
11 करोड़ भारतीय छोड़ सकते हैं WhatsApp का साथ
CMR के शोध के नतीजों के मुताबिक 79% यूजर WhatsApp के इस्तेमाल पर दोबारा विचार कर रहे हैं। साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) ने हाल ही में किए एक शोध के अनुसार 76% लोगों को WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के बारे में पता है। 79% लोग WhatsApp के इस्तेमाल पर दोबारा विचार कर रहे हैं और 28% लोगों ने मई 2021 में नयी नीति को लागू किए जाने के बाद WhatsApp को छोड़ने का निर्णय लिया है। मलब अगर WhatsApp अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को मई में लागू करता है, तो करीब 11.2 करोड़ भारतीय WhatsApp का इस्तेमाल बंद कर सकते हैं।
नई प्राइवेसी पॉलिसी से 49 फीसदी यूजर नाराज
- WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी के चलते 49% यूज़र्स गुस्से में हैं।
- WhatsApp के 45% यूज़र्स ने तय किया है कि WhatsApp पर कभी भरोसा नहीं करेंगे।
- WhatsApp के 35% यूज़र्स का मानना है कि WhatsApp ने उनका भरोसा तोड़ा है।
- WhatsApp के 10% यूज़र्स ने WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी पर कोई फर्क न पड़ने की बात कही है।