नेपाल में आज से कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण की शुरुआत हो गई है। बुधवार को नेपाल में कोविड-19 टीकाकरण अभियान का पहला चरण शुरू हुआ। नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने राष्ट्रपति बिध्या देवी भंडारी के संदेश को पढ़ते हुए कार्यक्रम की शुरुआत की। इस दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने वैक्सीन के लिए भारत की मोदी सरकार का धन्यवाद किया। ओली ने पीएम नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा।
नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली ने कहा कि हमें COVID-19 वैक्सीन लगाने का शुरुआती मौका मिला है। इसके लिए मैं अपने पड़ोसी भारत सरकार, उसके लोगों और विशेष रूप से पीएम मोदी के प्रति अपना धन्यवाद और आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने भारत में इसके रोल आउट के लगभग एक सप्ताह के भीतर हमें वैक्सीन भेजी, वह भी 10 लाख और अनुदान के रूप में।
गौरतलब है कि भारत ने अपनी नेबरहुड फर्स्ट नीति के तहत अनुदान में सहायता के तहत नेपाल को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविशिल्ड वैक्सीन की 10 लाख से अधिक खुराक भेजी है।
पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगा टीका
आज से नेपाल में कोरोना टीकाकरण का पहला चरण शुरू कर दिया गया है। नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने कहा कि कुल 430,000 फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्वास्थ्य सुविधाओं में सहायक कर्मचारी, महिला सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवकों, सुरक्षा कर्मियों, स्वच्छता कार्यकर्ताओं, देखभाल घरों में रहने वाले बुजुर्गों और कैदियों को देश भर के 65 जिलों में वैक्सीन शॉट्स दिलाए जाएंगे।
नेपाल में कोरोना वायरस की स्थिति की बात करें तो यहां अब तक 2,017 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। पूरे देश में कोरोना संक्रमण के कुल 2 लाख 70 हजार 92 मामले सामने आए हैं।
नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री ह्रदयेश त्रिपाठी ने कहा कि टीकाकरण शिविर का पहला चरण 10 दिनों के भीतर पूरा हो जाएगा। हालांकि, टीकाकरण कार्यक्रम को कुछ डिस्टेंक्ट्स में रोल आउट नहीं किया जा सकता है जो अभी तक टीकों की उनकी खेप प्राप्त करने के लिए हैं। टीकाकरण अभियान को चलाने के लिए 600 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है, जबकि 200 लोगों को टीकाकरण करने की क्षमता वाले बूथों को टीकाकरण केंद्रों पर स्थापित किया गया है।