समूचा देश जहां कोरोनावायरस से जूझ रहा है, वहीं झालावाड़ में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। राड़ी के बालाजी मंदिर परिसर में बर्ड फ्लू से कई कौओं की मौत हो गई। जिला कलेक्टर एन. गोहाएन ने प्रभावित इलाके में जीरो मोबिलिटी लागू कर सभी पोल्ट्री फार्म में जांच के निर्देश दिए हैं।
इसके लिए उन्होंने एक त्वरित कार्रवाई बल का भी गठन किया है। मंदिर परिसर में 25 दिसंबर को अचानक कौओं की असामान्य मौतें हुईं। वन विभाग और पशुपालन विभाग की संयुक्त टीम ने बीमार कौओं का उपचार किया और सेंपल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल भेजा।
जांच में कौओं में एवियन इंफ्लुएंजा की पुष्टि हुई है। इसके बाद झालावाड़ जिला कलक्टर गोहाएन ने त्वरित कार्यवाही दल गठित किया, जिसमें एसडीएम, झालावाड, उप वन संरक्षक झालावाड, पुलिस उप अधीक्षक, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ और झालावाड नगर परिषद के आयुक्त को शामिल किया गया है। उन्होंने निर्देश दिए कि त्वरित कार्यवाही दल जीरो मोबिलिटी क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर प्रचार-प्रसार करेगा।
सामान्यत: बर्ड फ्लू इंफ्लुएन्जा ए वायरस से फैलता है। यह फ्लू संक्रमित पक्षियों से फैलता है। एवियन इंफ्लुएन्जा बीमार पक्षियों के संपर्क में आने वाले इंसानों नें भी आसानी से फैल जाता है। फिर यह संपर्क में आने वालों को भी चपेट में ले लेता है।