विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने पाकिस्तान को स्पष्ट कर बता दिया है कि वह सीमा पार से आतंकवाद जारी रखते हुए भारत के साथ बातचीत की उम्मीद नहीं कर सकता। उन्होंने यह बात समाचार एजेंसी एएनआइ के चेयरमैन प्रेम प्रकाश की किताब ‘रिपोर्टिग इंडिया : माई सेवेंटी ईयर जर्नी एज अ जर्नलिस्ट’ का लोकार्पण करने के बाद चर्चा में एक सवाल के जवाब में कही।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जहां तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात है तो हमने बहुत स्पष्ट कर दिया है कि वे (पाकिस्तान) आतंकवाद जारी रखकर कूटनीति चलाने की अपेक्षा नहीं कर सकते हैं। किताब के लोकार्पण के मौके पर अपनी शुरुआती टिप्पणियों में विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की विदेश नीति के लिहाज से यह किताब आधी सदी का इतिहास है और लेखक की पत्रकारिता भी कम दिलचस्प नहीं है। वह हमारे देश के सभी अहम मौकों पर मौजूद रहे। बहुत सारे मौकों पर तो उनके साक्षात्कार ही इतिहास के हिस्सा बने हैं।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने की हथियार और हेरोइन भेजने की तैयारी-आइएसआइ के एजेंट चिश्ती ने दी भारतीय तस्करों को वाट्सएप पर जानकारी। भारत-पाक सरहद की रेकी व भारतीय सीमा में हथियार और हेरोइन भेजने के लिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने चीन से ज्यादा भार उठाने वाले 14 ड्रोन खरीदे हैं। अत्याधुनिक कैमरों से लैस यह ड्रोन दस से 15 किलो तक भार उठा सकते हैं।
रवीवार को मारे गए घुसपैठियों और इससे पहले पकड़े गए दो तस्करों की घटना से साफ है कि आइएसआइ ने धुंध का फायदा उठा कर भारत में बड़ी संख्या में हथियार व हेरोइन भेजने की योजना बनाई है। हालांकि, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अभी तक इन प्रयासों को नाकाम कर दिया है। सुरक्षा एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि फताहपुर सेंट्रल जेल में बंद तस्करों को आइएसआइ के एजेंट चिश्ती ने ड्रोन खरीदने की जानकारी वाट्सएप के जरिए दी है।