इस्रायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के एक कमांडर की हत्या कर दी गई है। हालांकि, अभी यह नहीं पता चल पाया है इस घटना का जिम्मेदार कौन है। कई लोग इसे लेकर दावा कर रहे हैं कि इसके पीछे ईरान का हाथ है और यह कदम उसने बीते दिनों अपने परमाणु वैज्ञानिक की हत्या के बदले के रूप में उठाया है। बता दें कि ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह की 27 नवंबर को राजधानी तेहरान के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ईरान ने इसके पीछे इस्रायल का हाथ होने का शक जताया है।
ईरान के मीडिया ने मोसाद के कमांडर की हत्या को लेकर कहा कि इस्रायल की राजधानी तेल अवीव में 45 वर्षीय एक मोसाद कमांडर की हत्या कर दी गई। इसके पीछे किसका हाथ है यह अभी पता नहीं चल पाया है। वहीं, इस्रायली मीडिया में केवल यह कहा गया है कि राजधानी तेल अवीव में 45 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या हुई है। उसने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया है। उधर, ईरानी मीडिया का कहना है कि मारा गया व्यक्ति इस्रायली खुफिया एजेंसी मोसाद का वरिष्ठ कमांडर था और उसका नाम फहमी हिनावी था।
उक्त कथित मोसाद का कमांडर तेल अवीव में रेड लाइट पर अपनी कार में था, जब उसकी गाड़ी पर 15 गोलियां दागी गईं। हमलावर गोलियां बरसाने के बाद तुरंत मौके से फरार हो गए और उनका कोई पता नहीं चल पाया। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। इनमें से एक वीडियो में कार के दरवाजे पर गोलियों के कई निशान दिख रहे हैं। इस संबंध में इस्रायल ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि इसके पीछे ईरान का हाथ है।
ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसेन फखरीजादेह को मार गिराने के लिए सैटेलाइट नियंत्रित हथियार का प्रयोग करने का अंदेशा है। इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा चुका है कि मोहसेन को मार गिराने के लिए जो हथियार प्रयोग किया गया वो इस्राइल में तैयार किया गया था। फखरीजादेह की 27 नंवबर को हत्या कर दी गई थी। ईरान के अधिकारियों का कहना है कि मोहसेन को मारने के लिए ऑटोमेटिक हथियार का प्रयोग किया गया है क्योंकि घटनास्थल के आसपास किसी व्यक्ति की उपस्थिति का पता नहीं चला है।