तेल और जंक फूड के अधिक सेवन के कारण हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या बढ़ जाती है. कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है जो शरीर के सभी कोशिकाओं में पाया जाता है. मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल के ऊपर निर्भर होता है. हाई कोलेस्ट्रॉल में ज्यादा वसा वाले खाद्य पदार्थों को खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है. अच्छे कोलस्ट्रॉल के स्तर में गिरावट से रक्त वाहिकाओं में वसा जमने लगता है और रक्त प्रभाव में रूकावट पैदा होती है. इससे दिल और मस्तिष्क के लिए खतरा बढ़ जाता है. myUpchar के अनुसार, हाई कोलेस्ट्रॉल के दौरान सैचुरेटड फैट और तेल युक्त पदार्थों से परहेज जरूरी है.
अधिक तले हुए खाद्य पदार्थों को खाने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है. इसके अलावा जिस तेल में खाद्य पदार्थों को तला जाता है, कई बार वो तेल खराब वसा युक्त होता है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. कुछ स्थितियों में ना चाहते हुए भी ज्यादा तेल वाला खाना खाना पड़ जाता है, ऐसे में बाद में महसूस होता है कि कहीं इसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल की समस्या न हो जाए. यदि आप भी कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से चिंतित हैं तो निम्नलिखित उपायों का अपनाया जा सकता है.
तेल युक्त भोजन के बाद करें ये काम
अगर ज्यादा तेल वाला खाना खा लिया है तो उसके बाद एक या दो गिलास गर्म पानी पीना चाहिए. ऐसा करने से तेल युक्त भोजन की आसान से निकासी हो सकेगी. इससे आंतें, लिवर और पेट भी स्वस्थ रहेगा और यह तेल से होने वाले नुकसान से बचाएगा. यह भी ध्यान देने योग्य है कि गर्म पानी और शहद का मिश्रण कोलेस्ट्रॉल के लिए अच्छा है और इससे हृदय की बीमारी दूर होती है. यह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी दूर करने में मदद करता है. तेलीय खाना खाने के बाद कोई ठंडी चीजें न खाएं क्योंकि इससे लिवर, पेट और आंतों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
यदि ज्यादा तेल युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन किया है, तो उसके बाद टहलने जरूर जाएं. इससे अतिरिक्त कैलोरी कम करने में मदद मिलेगी. आयुर्वेद के मुताबिक, तेलीय खाद्य पदार्थों को काने के बाद शहद का सेवन हितकर रहेगा. इसके अलावा शहद के साथ दो चुटकी काली मिर्च पाउडर को दिन में दो से तीन बार सेवन कर सकते हैं.
जैतून या सूरजमुखी के तेल का करें इस्तेमाल
गर तले हुए खाद्य पदार्थ बहुत अधिक पसंद हैं, तो इन्हें तलने के लिए जैतून तेल या सूरजमुखी तेल का इस्तेमाल करें. शोध में देखा गया है कि जैतून तेल और सूरजमुखी तेल से तले हुए खाद्य पदार्थ नुकसानदायक नहीं होते हैं. गर्म पानी कई तरह से फायदेमंद है. यदि बच्चों को गुनगुने पानी पीने की आदत डलवा दी जाए, तो उन्हें आगे कई तरह की परेशानियों से बचने में मदद मिलेगी.