धौलपुर जिले के चम्बल किनारे एमपी से सटे गांवों में किसी पकड़ को रखने के मामले में दो दिन से एमपी पुलिस गांव भम्पुरा, झिरी, पनावती और खुशहाल पुरा में चोरी-छिपे दविश दे रही थी.
इस दौरान पुलिस को कुछ हथियार बरामद होने के साथ दो आरोपी भी हाथ लगे, लेकिन पनावती गांव में संदिग्ध को पकड़ने के दौरान एमपी पुलिस की जान पर बन आई.
पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज गांव की महिलाओं और पुरुषों ने एमपी की कैलारस पुलिस पर न केवल पथराव किया बल्कि उन्होंने जमकर पिटाई की और एक कॉस्टेबिल की रायफल छीनकर कमरे में बंधक बना लिया.
हमले की सूचना पर पहुंचे झिरी पंचायत सरपंच संजू सिंह ने मामले में हस्तक्षेप किया और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत करा पुलिस को गांव से बाहर लाए. साथ में संदिग्ध आरोपी को पूछताछ के लिए एमपी पुलिस के साथ भिजवाया है. घटना में कैलारस थाना प्रभारी के भी चोटिल होने की सूचना है.
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झिरी सरपंच से मिली जानकारी के अनुसार, एमपी के मुरैना जिले के कैलारस माइनर से पिछले दिनों सिचाई विभाग के दो चौकीदारों का अपहरण हुआ था, जिनको भरोशी मल्लाह गिरोह वकीला के लोगों ने चम्बल किनारे राजस्थान के इस क्षेत्र में रखा था. जब बकीला मल्लाह को पुलिस ने गिरफ्त में लिया तो उसके मोबाइल के कॉल डिटेल और लोकेशन के आधार पर गांव भम्पुरा और पनावत के साथ खुशहाल पूरा में दविश दी.
उन्होंने बताया कि लाखों रुपयों की फिरौती देकर छूटे दोनों चौकीदारों से बात की तो आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए, जिसको लेकर एमपी पुलिस ने ग्रामीणों के अनुसार भम्पुरा गांव के किसी खेत से हथियार भी बरामद किए हैं और पनावत में चिरोंजी नामक संदिग्ध को गिरफ्तार किया.
पूरे घटनाक्रम को लेकर जब सरमथुरा थाना पुलिस और जिले के उच्च अधिकारियों से वार्ता की गई तो उन्होंने मामले में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कही. फिलहाल ग्रामीण क्षेत्र में पूरे मामले को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.