कोरोना की दूसरी लहर झेल रहे मध्य प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की वापसी हो गई है. राजधानी भोपाल में 5 और इंदौर में 2 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. बैरिकेडिंग लगाकर कंटेनमेंट इलाकों में आवाजाही रोक दी गई है. इसके साथ ही जागरुकता के लिए पोस्टर बैनर भी लगाए गए हैं. भोपाल के कोलार कंटेनमेंट जोन में करीब 25% नए कोरोना मरीज सामने आए हैं. मध्य प्रदेश में शुरुआती 1 लाख मरीज़ों का आंकड़ा 6 महीने में हुआ था. वहीं, ये आंकड़ा 2 लाख तक पहुंचने में सिर्फ 70 दिन लगे यानी मध्य प्रदेश में कोरोना केस डबल होने में महज 70 दिन का वक्त लगा.
बता दें कि मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते शिवराज सरकार ने इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में रात 10 से 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया है. इसके अलावा प्रदेश के कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है. हालांकि, शिवराज सिंह चौहान ने साफ कर दिया था कि प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगेगा.
महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण फिलहाल स्थिर बना हुआ है. पिछले 24 घंटे में राज्य में करीब साढ़े 5 हजार नए मरीज सामने आए हैं. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण का कुल आंकड़ा 18 लाख 20 हजार के पार पहुंच गया है. इसमें से 91 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं.
झारखंड में रविवार को पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 198 नए मामले सामने आए. जिसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 108984 हो गई है. प्रदेश में अब तक 963 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है. जबकि प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या 108984 पहुंच गई है