योगगुरु बाबा रामदेव ने हैदराबाद का नाम भाग्य नगर रखने के यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का समर्थन किया है. बाबा रामदेव ने कहा कि कुछ ऐतिहासिक भूल हुई हैं जैसे तीर्थों के नाम अल्लाहाबाद, फैजाबाद रखा गया है जबकि इसका कोई लेना देना नहीं है. इनका कुछ मुगलों और अंग्रेजों ने पहचान मिटाने का प्रयास किया. रामदेव ने दावा किया कि हैदराबाद का प्राचीन नाम भाग्य नगर है और वही होना भी चाहिए.
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा, हां यह सत्य है कि हमसे कुछ ऐतिहासिक भूल हुई हैं. हमने जहां हरिद्वार में योग ग्राम बनाए हैं, उसके पास वाले गांव का नाम औरंगाबाद है. हमारे यहां हरिद्वार में औरंगजेब का क्या लेना देना था? हमारे तीर्थों के नाम प्रयागराज का नाम अल्लाहाबाद से क्या लेना, अल्लाह मक्का मदीना में हैं. वह अपना नाम रखें, अच्छी बात है. अयोध्या से फैजाबाद का क्या लेना-देना, वहां से फैज क्या लेना देना?
रामदेव ने कहा कि इसी तरह महाराष्ट्र में औरंगाबाद जिला है. उसे संभाजी नगर बोलते हैं. अब ऐसे कितने नाम हैं जिसे मुगलों और अंग्रेजों ने बदला था. हमारी पहचान मिटाने की कोशिश की गई थी. हैदराबाद का हैदर से कोई लेना देना नहीं है. उसका ऐतिहासिक और प्राचीन-जो गौरव पूर्ण नाम है-वह भाग्यनगर ही है और वही होना चाहिए.
बता दें कि हैदराबाद में होने वाले निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी के कई दिग्गज नेता वहां पहुंचे थे. इस क्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हैदाराबाद के मल्काजगीरी में रोड शो किया. योगी ने कहा कि हम सबको यह तय करना है कि एक परिवार और मित्र मंडली को लूट खसोट की आजादी देनी है या फिर हैदराबाद को भाग्यनगर बनाकर विकास की नई बुलंदियों पर ले जाना है.
मित्रो ये आपको तय करना है. योगी ने कहा था कि कुछ लोग पूछ रहे थे कि क्या हैदराबाद का नाम बदलकर भाग्यनगर किया जाएगा? मैंने कहा- क्यों नहीं, बीजेपी के सत्ता में आने के बाद जब फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या हो गया, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज हो गया तो फिर हैदराबाद का नाम भाग्यनगर क्यों नहीं हो सकता है.