नई दिल्लीः अमूमन बहादुरी भरा काम करने का हर खिताब इंसानों को ही मिलता है। लेकिन इस बार एक छोटे से चूहे ने हजारों लोगों की जान बचा कर यह इनाम अपने नाम कर लिया है।
दरअसल कंबोडिया में एक चूहे ने बारुदी सुरंग का पता लगा कर सभी को हैरान कर दिया है। उसकी इस बहादुरी के लिए शुक्रवार को ब्रिटेन की एक चैरिटी संस्था ने उसे गोल्ड मेडल से सम्मानित किया है।
अफ्रीकी मूल के इस विशाल चूहे का नाम मगावा है। 7 साल का मगावा बारूदी सुरंगों का पता लगाने में माहिर है। अपने इस हुनर के चलते उसने हजारों लोगों की जान बचाई है। मगावा ने अब तक 28 से ज्यादा सुरंगों के बारे में पता लगाया है। जिसके कारण मागावा ने दक्षिण पूर्व एशियाई देश कंबोडिया में 15 लाख वर्ग फीट के इलाके को बारूदी सुरंगों से मुक्त बनाने में मदद की है।
मगावा को बेल्जियम के एक गैर लाभकारी संगठन एपोपो ने प्रशिक्षित किया है। यह संगठन वर्ष 1990 से बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए जानवरों का इस्तेमाल कर रहा है। संगठन के मुताबिक, मगावा का वजन मात्र 1.2 किलोग्राम है। जिसके कारण अगर वह बारूदी सुरंगों के ऊपर से गुजरता है तो भी वो सुरंगे विस्फोट नहीं होती हैं।
वहीं आंकड़ों की माने तो बारूंदी सुरंगों के कारण 1979 से अब तक 64 हजार लोग मारे जा चुके हैं जबकि 25 हजार से ज्यादा अपंग हुए हैं। ऐसे में मगावा का इन सुरंगों को ढूंढ़ने का अभूतपूर्व योगदान वाकई खासा सराहनीय है।