जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर कानून बनाने की हरियाणा सरकार की तैयारियों के बीच निकिता तोमर के पिता का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि यह कानून पहले ही बन जाना चाहिए था। अगर यह कानून पहले ही बन गया होता तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। इसके लिए सभी पार्टियों को साथ आकर फैसले का समर्थन करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के बाद हरियाणा में भी जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनाने की तैयारी है। रविवार सुबह गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। सीएम मनोहर लाल ने भी कानून की पैरवी की है।
फरीदाबाद के निकिता हत्याकांड के बाद प्रदेश सरकार ने जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनाने पर मंथन शुरू किया है। यह कानून बनने के बाद बेटियों के साथ खिलवाड़ करने वालों पर शिकंजा कसेगा। सरकार इस तरह का कानून बनाना चाहती है जिसमें ऐसे मामलों में कड़ी से कड़ी सजा व जुर्मानेे का प्रावधान हो।
यह कानून बनाने के विज के ट्वीट को रिट्वीट के जरिये अनेक लोगों का समर्थन मिला है। साथ ही इसकी सराहना भी की गई है। हरियाणा से पहले यह कानून बनाने का फैसला उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ले चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद यह कानून बनाने का एलान किया है।
शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि महज शादी के लिए धर्म परिवर्तन वैध नहीं है। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने योगी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि देश में चोरी छिपे, नाम छुपाकर और धर्म छुपाकर जो लोग बहन बेटियों के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको पहले से मेरी चेतावनी है। अगर वे सुधरे नहीं तो राम नाम सत्य है की यात्रा निकलने वाली है।
सीएम मनोहर लाल ने कहा है कि राज्य जबरन धर्म परिवर्तन के मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। इस तरह के मामलों से निपटने के लिए कानूनी तरीकों या प्रावधानों पर विचार किया जा रहा है। यहां तक कि केंद्र भी ऐसे मामलों की जांच के तरीकों पर विचार कर रही है। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी निर्दोष को गलत तरीके से न फंसाया जाए।