फ्रांस के लियोन शहर में शनिवार को एक यूनानी पादरी को उनके गिरजाघर के बाहर गोली मार दी गई। फ्रांस की पुलिस ने घटना की पुष्टि की है। पुलिस ने बताया कि लियोन में एक गिरजाघर में पादरी पर हमला किया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर घटनास्थल से फरार हो गया। हालांकि, बाद में उसे पकड़ लिया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पादरी के पेट में गोली लगी है और उनका स्थानीय अस्पताल में उपचार जारी है। पादरी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमलावर अकेला था और उसने शिकार करने वाली राइफल से गोली चलाई। फिलहाल, हमले के पीछे की वजहों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस ने गिरजाघर के आसपास के इलाके को बंद कर दिया है और ट्विटर पर संदेश के माध्यम से लोगों को घरों में ही रहने की चेतावनी दी है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, शाम चार बजे जब पादरी गिरजाघर को बंद कर रहे थे, तभी उन पर दो राउंड गोली चलाई गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और उसने हमलावर को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया। पुलिस की टीम को कामयाबी हासिल हुई और हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया।
पादरी पर यह हमला हाल के हफ्तों में फ्रांस में हुए अपराधों की एक श्रृंखला में सबसे नया है। गौरतलब है कि फ्रांस के नीस शहर में दो दिन पहले ही एक गिरजाघर पर इस्लामिक चरमपंथी हमलावर द्वारा चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की जान चली गई थी।
इससे पहले, अक्तूबर में पेरिस के उपनगर में एक स्कूल शिक्षक की गर्दन काट दी गई। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस घटना की निंदा की थी, उन्हें यूरोप के अन्य देशों का साथ भी मिला था। पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, जो 18 वर्षीय चेचन मूल का एक युवक था। उसने शिक्षक द्वारा पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाने पर हत्या की थी।