महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री प्रो. जावेद खान का हृदय गति रुकने से शनिवार को निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। प्रो. जावेद खान उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के शाहगंज तहसील स्थित पारा कमाल गांव के मूल निवासी थे। मुंबई के जुहू इलाके में रहते थे। मुंबई कांग्रेस प्रवक्ता निजामुद्दीन राईन ने बताया कि प्रो. जावेद खान कूपर हास्पिटल में भर्ती थे। शनिवार सुबह अस्पताल में उपचार के दौरान ही उनकी मृत्यु हो गई।
मुस्लिम मजलिस कब्रिस्तान जुहू में उनका अंतिम संस्कार किया गया। प्रो. खान मुंबई में अंग्रेजी के प्रोफेसर थे। वह साल 1985 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। उसके बाद साल 1990 में वे दुबारा विधायक चुने गए। इस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शरद पवार और सुधाकर राव नाईक के कार्यकाल में शिक्षा राज्यमंत्री और फिर गृहनिर्माण व श्रम विभाग के कैबिनेट मंत्री थे। कुछ साल बाद उन्होंने कांग्रेस से अपना नाता तोड़कर शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।
इसके बाद साल 1999 में सिडको के चेयरमैन नियुक्त हुए थे। साल 2004 में चैयरमैन पद जाने के बाद वह एनसीपी में हाशिए पर चले गए थे। साल 2012 में तत्कालीन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने उन्हें फिर से कांग्रेस में शामिल कराया था।
प्रो. खान कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष व पूर्व विधायक नदीम जावेद के पिता थे। नदीम जावेद साल 2012 में जौनपुर शहर से कांग्रेस के विधायक चुने गए थे। महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, मुंबई कांग्रेस महासचिव जाकिर अहमद और मुंबई कांग्रेस प्रवक्ता निजामुद्दीन राईन ने प्रो. जावेद खान के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। पूर्व गृह राज्यमंत्री सिंह ने बताया कि प्रो. खान महाराष्ट्र एज्युकेशन सोसायटी के अध्यक्ष थे। उन्होंने मुंबई के ओशिवरा में दो कालेज और नवी मुंबई में भी कालेज बनवाए जहां हजारों बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।