सर्दी में संक्रमण बढ़ने की आशंका पर एसएन मेडिकल कॉलेज में 300 बेड की तैयारी की जा रही है। अभी यहां करीब 220 बेड हैं। इसके लिए शासन ने 60 वेंटिलेटर और भेज दिए हैं। अब एसएन के पास 132 वेंटिलेटर हो गए हैं।
कोरोना का अप्रैल फिर सितंबर में संक्रमण सबसे तेज था। इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने सर्दी में संक्रमण के एक बार और बढ़ने की आशंका जताई है। ऐसे में एसएन कॉलेज में तैयारियां की जा रही हैं। शासन से 60 वेंटिलेटर प्राप्त हो गए हैं। पहले से 72 वेंटिलेटर हैं। 20 आईसीयू बेड भी मिल गए हैं। कोविड अस्पताल में 70 बेड के आईसीयू में जरूरत के मुताबिक और पलंग बढ़ाए जाएंगे।
15 एचएफएनसी और 12 बायपेप मशीन हैं। आईसीयू प्रभारी डॉ. राजीव पुरी ने बताया कि नए वेंटिलेटर में बायपेप और एचएफएनसी मशीन भी संचालित हो जाएंगी। प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि 300 मरीजों की एक साथ देखभाल और भर्ती करने की सुविधा की जा रही है। चिकित्सकीय स्टाफ को भी उसी के मुताबिक प्रशिक्षित किया गया है।
संक्रमण कम होने पर एसएन कॉलेज के आईसीयू में अब 15 मरीज भर्ती हैं। बीते महीने आईसीयू के 70 पलंग फुल हो गए थे। आइसोलेशन वार्ड का भी यही हाल है। अभी यहां पर 25 मरीजों का इलाज चल रहा है। सितंबर में 160 पलंग तक भर गए थे।
आगरा जिला प्रशासन को नवंबर-दिसंबर माह में फिर संक्रमण के मामलों में इजाफा होने की आशंका है। बचाव के लिए लोगों से एहतियात बरतने की अपील की गई है। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने कहा है कि सर्दियों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए और सतर्क रहने की जरूरत है।
बुजुर्ग, गर्भवती और बच्चों के मामले में और ध्यान दिया जाए। तापमान में कमी आने से सांस की तकलीफ बढ़ सकती है। ठंड में जब लोग घरों में रहेंगे, तो एक-दूसरे से संक्रमित होने का खतरा भी अधिक रहेगा। ऐसे में हवादार कमरों में रहें, खिड़कियों को खुला रखें।