पिछले दो दिनों से लगातार भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ के हालात को देखते हुए महाराष्ट्र के तीन जिलों में 20 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। कर्नाटक में भी भारी बारिश के कारण हालात गंभीर हैं। गुरुवार को यहां भी बाढ़ की स्थिति बन गई। भारी बारिश व बड़े बांधों से छोड़े गए पानी के कारण कई इलाके डूब गए।
कर्नाटक (Karnataka) में बाढ़ के कारण बुरी तरह प्रभावित इलाकों में यादगीर (Yadgir) , रायचूर (Raichur), बल्लारी (Ballari) , बिदर (Bidar), विजयपुरा (Vijayapura), बगलकोट (Bagalkote), बेलागावी (Belagavi), दक्षिण कन्नड़ ( Dakshina Kannada) , उडूपी (Udupi) , उत्तर कन्नड़ (Uttara Kannada) , गडग (Gadag) , कोप्पल (Koppal), हावेरी (Haveri) और धारवाड़ (Dharwad) हैं। कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, सभी बड़े बांधों को खोल दिया गया है जिससे गांवों में पानी भर गया है। कर्नाटक आपदा प्रबंधन के सूत्रों के अनुसार, कम से कम 515 जानवर मर गए वहीं 4 हजार 7 सौ 82 लोगों को जिला प्रशासन द्वारा खोले गए राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। पिछले तीन महीनों के दौरान राज्य में यह तीसरी बार बाढ़ का प्रकोप है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा (B S Yediyurappa) ने गुरुवार को कहा कि वे जिलों के प्रशासन के साथ बाढ़ के कारण प्रभावित जिलों के हालात की समीक्षा के लिए बैठक करेंगे और राहत के लिए आवश्यकतानुसार फंड जारी करेंगे।