बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान हो चुका है लेकिन एनडीए या महागठबंधन में सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। वहीं चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के एनडीए और गठबंधन में रहने को लेकर सस्पेंस बरकरार है। इसी समस्या को सुलझाने के लिए आज एक बार फिर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा चाहती है कि चार अक्तूबर को दिल्ली में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले सभी दलों में सहमति बन जाए। जिससे प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा सके। राज्य में प्रथम चरण के लिए 28 अक्तूबर को चुनाव होने हैं। ऐसे में एक अक्तूबर से प्रथम चरण के लिए प्रत्याशियों का नामांकन शुरू हो गया है। हालांकि लोजपा एनडीए गठबंधन में रहेगी या नहीं इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है।
लोजपा साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ थी और उसने 42 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। वहीं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) लालू यादव के महागठबंधन का हिस्सा थी। इस बार जदयू एनडीए का हिस्सा है। इस वजह से जदयू की दावेदारी के बाद लोजपा को 2015 के बराबर सीटे नहीं मिल सकती है। वहीं चिराग पासवान इसी मांग को लेकर अड़े हुए हैं।
यह बात भी सामने आ रही है कि यदि लोजपा एनडीए में रहकर चुनाव लड़ती है तो उसके हिस्से में कौन-कौन सी सीटें आएंगी। यह फिलहाल तय नहीं है। साल 2015 में लोजपा को दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
इसी बीच लोजपा अध्यक्ष की भाजपा के आला नेताओं से कई दौर की बात हो चुकी और यह सिलसिला अब भी जारी है। दूसरी ओर अब तक लोजपा से खफा जदयू के सुर भी बदलते हुए नजर आ रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा चाहती है कि चार अक्तूबर को दिल्ली में होने वाली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले सभी दलों में सहमति बन जाए। बता दें कि बुधवार से दिल्ली और पटना में घटक दलों की बैठकों का दौर जारी है।