हाथरस के अतिरिक्त एसपी प्रकाश कुमार ने कहा कि जब तक एसआईटी अपनी जांच नहीं पूरी कर लेती मीडिया की एंट्री पर रोक रहेगी। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोई भी राजनीतिक प्रतिनिधिमंडल या व्यक्ति भी गांव नहीं जा सकता।
हाथरस मामले में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा, भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, मुझे मारो। चुनाव से पहले वो दलितों के पैर धोते हैं, वो नारा देते हैं कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ।
जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर वो सदन में गए हैं जब उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है। उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते, प्रधानमंत्री जी आप कब तक चुप रहेंगे? आपको जवाब देना पड़ेगा। आज शाम 5 बजे हम आपसे जवाब मांगने इंडिया गेट आ रहे हैं। आपकी चुप्पी बेटियों के लिए खतरा है, आपको जवाब देना पड़ेगा और न्याय करना पड़ेगा।
हाथरस में पुलिस द्वारा टीएमसी सांसदों को धक्का दिए जाने पर यूपी के मंत्री एसएन सिंह ने कहा, ‘पूरे मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है और लोग बस हाथरस का दौरा कर रहे हैं। श्री डेरेक मेरे अच्छे दोस्तों में से एक है। वह नाटकीयता का एक अद्भुत चरित्र है और आखिरकार उन्हें अपना कौशल दिखाने के लिए हाथरस में एक जगह मिली है।’
हाथरस सदर एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने महिला सांसदों को पुरुष कांस्टेबल द्वारा छूने पर सफाई देते हुए कहा, ‘आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। महिला कांस्टेबलों ने उनसे वापस जाने का अनुरोध किया क्योंकि किसी को भी गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। जब वे जबरन प्रवेश करने की कोशिश की तो महिला कांस्टेबलों ने उन्हें रोका।’