पड़ोसियों के साथ आक्रामक रवैये और अमेरिका के साथ तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को कहा कि उनका देश किसी भी तरह का युद्ध लड़ने का इरादा नहीं रखता। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में शी ने कहा कि चीन दूसरे देशों के साथ मतभेदों को कम करने और विवादों को संवाद और बातचीत के जरिये सुलझाना जारी रखेगा।
शी चिनफिंग का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि चीन पिछले चार महीनों से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत के साथ सीमा विवाद को लेकर अडि़यल रवैया अपनाए हुए है। पहले से रिकॉर्ड किए गए वीडियो संदेश में शी ने कहा, ‘हम कभी भी आधिपत्य या प्रभाव की विस्तारवादिता की तलाश नहीं करेंगे। किसी देश के साथ शीत युद्ध या परंपरागत युद्ध लड़ने का हमारा कोई इरादा भी नहीं है।’
चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखिया और चीनी सेना के प्रमुख शी ने कहा कि उनका देश खुले, सहकारी और सामान्य विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। इससे चीन की अर्थव्यस्था को और विकसित होने का मौका मिलेगा और वैश्विक अर्थव्यवस्था भी सुधरेगी और प्रगति करेगी।
कोरोना वायरस फैलाने पर शी का पलटवार
शी चिनफिंग ने कहा, हम कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं। हमें साथ मिलकर इस महामारी से लड़ना चाहिए। इस लड़ाई में विश्व स्वास्थ्य संगठन को अग्रणी भूमिका निभाने देना चाहिए। इस मुद्दे को राजनीतिक बनाने या इसके लिए किसी को भी जिम्मेदार ठहराने के प्रयास को पूरी तरह से नकारा जाना चाहिए।
ट्रंप ने लगाया वायरस फैलाने का आरोप
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी फैलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कोरोना वायरस को रोक पाने में विफल रहने के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराने की मांग की थी।