अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस रूथ बेडर गिंसबर्ग के निधन से खाली हुए पद पर नई नियुक्ति को लेकर ट्रंप और बिडेन में टकराव हो सकता है। डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन का कहना है कि गिंसबर्ग के उत्तराधिकारी को चुनने का मसला नए राष्ट्रपति पर छोड़ देना चाहिए। जबकि ट्रंप के करीबी और सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मिक मैक्कोनल का कहना है कि सदन राष्ट्रपति द्वारा नामित किसी भी व्यक्ति का समर्थन करेगा।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति के लिए सीनेट की मंजूरी जरूरी होती है और ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट में बहुमत है। 100 सीटों वाले सीनेट में उनकी पार्टी के 53 सदस्य हैं। राष्ट्रपति ट्रंप वर्ष 2017 में नील गोरसच और वर्ष 2018 में ब्रेट कवनुघ को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति कर चुके हैं।
पूर्व उपराष्ट्रपति ने कहा, नए राष्ट्रपति पर छोड़ी जाए नए जज की नियुक्ति
अग्नाशय के कैंसर से पीडि़त गिंसबर्ग महिला अधिकारों के हितों में काम करने के लिए मशहूर थीं। शुक्रवार को 87 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। सबसे वरिष्ठ जज और सर्वोच्च न्यायालय में बतौर जज नियुक्ति पाने वाली दूसरी महिला गिंसबर्ग ने वहां 27 साल तक अपनी सेवाएं दीं। गिंसबर्ग को राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने नियुक्त किया था। राष्ट्रपति ट्रंप जब मिनिसोटा में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे तब उन्हें गिंसबर्ग की मौत की सूचना दी गई।
ट्रंप ने कहा कि आप सहमत हो या नहीं, वह एक अद्भुत महिला थीं और उन्होंने अद्भुत जीवन जिया। उधर, नेशनल पब्लिक रेडियो के मुताबिक, गिंसबर्ग ने निधन से पहले अपनी पोती से कहा कि उनकी इच्छा है कि नया राष्ट्रपति निर्वाचित होने तक मेरे उत्तराधिकार का चयन नहीं किया जाए।
ट्रंप ने शनिवार को उत्तरी कैरोलिना में एक चुनावी रैली में समर्थकों के बीच कहा कि मैं अगले हफ्ते एक मनोनीत शख्स के नाम को सामने रखूंगा। मैं कह सकता हूं कि यह एक महिला होगी। मुझे लगता है कि मैं ऐसा कह सकता हूं। ऐसे में अगर कोई मुझसे पूछता है तो मैं कहूंगा कि पहले स्थान पर एक महिला होगी।
भारतवंशी अमूल थापर भी उत्तराधिकारी की दौड़ में शामिल
हिल समाचार पत्र ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि उत्तराधिकारी की दौड़ में सर्किट जज एमी कोनी और अमूल थापर सबसे आगे चल रहे हैं। यूनाइटेड स्टेट्स कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर सिक्सथ सर्किट में जज थापर उन सात जजों में शामिल रहे हैं जिनका वर्ष 2018 में ट्रंप ने साक्षात्कार लिया था। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के जज एंथोनी केनेडी के इस्तीफे से एक पद खाली हुआ था। जिस पर नियुक्ति के लिए यह साक्षात्कार लिए गए थे। हालांकि बाद में ट्रंप ने इस पद पर ब्रेट कवनुघ की नियुक्ति कर दी थी।