कोरोना जैसे-जैसे पांव पसार रहा है, मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब देशभर में कोरोना मामलों का आंकड़ा 51 लाख के पार जा चुका है. इसका सबसे ज्यादा संकट स्वास्थ्य सेवाओं पर दिखने लगा है. कई शहरों में ऑक्सीजन सप्लाई की कमी बताई जा रही है तो कुछ जगहों पर बेड की कमी.
कोरोना वायरस बेकाबू है. इन दिनों रोजाना 90 हजार से ज्यादा लोग एक दिन में संक्रमित हो रहे हैं. मरने वालों का आंकड़ा भी 24 घंटे में 1 हजार से नीचे नहीं आ रहा. इस भीषण खतरे के बीच राहत की कोई किरण भी नजर नहीं आ रही.
महाराष्ट्र में तो हालत ऐसी हो गई है कि अस्पतालों में अब ऑक्सीजन की किल्लत होने लगी है. बढ़ते डिमांड की वजह से राज्य में कुछ जगहों पर मौत भी होने लगी है. उन्हीं में से एक हैं हिंगोली जिले के संजय अंभोरे. ऑक्सीजन के अभाव में जान चली गई.
दिल्ली की सूरत भी बदलती नहीं दिख रही. बुधवार की शाम राजधानी में 24 घंटे में 4473 मामले दर्ज किए गए. यहां एक दिन में ये अब तक के सबसे ज्यादा संक्रमण है. नए केस मिलाकर दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 2,30,269 हो गई है.
बढ़ते खतरे से सचेत होते हुए गुजरात सरकार ने अहम फैसला लिया है. 21 सितंबर से केन्द्र सरकार ने 9वीं से 12वीं क्लास के लिए स्कूल खोलने को कहा है. लेकिन रुपाणी सरकार ने तय किया है कि फिलहाल स्कूल बंद रहेंगे.
दुनिया कोरोना संकट से त्राहि-त्राहि कर रही है. उन सबके बीच वैक्सीन की कवायद जोर शोर से जारी है. भारत के लिए भी उम्मीद यही है. रूस की वैक्सीन स्पूतनिक का क्लीनिकल ट्रायल और वितरण जल्द हैदराबाद की कंपनी डॉ रेड्डी शुरू कर सकती है. डील के तहत 10 करोड़ कोरोना वैक्सीन तैयार किए जाएंगे.