बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है. प्लूरल्स पार्टी की प्रेसीडेंट पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा है कि सत्ता में आने पर उनकी पार्टी बीएड पास अभ्यर्थियों को आवश्यक प्रशिक्षण मुहैया कराकर सीधे शिक्षक के रूप में बहाल करेगी.
प्लूरल्स की सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कॉमन स्कूल सिस्टम के साथ पहला काम यही करेगी. उन्होंने यह भी कहा है कि बिहार में शिक्षक-छात्र अनुपात की हालत दुनिया में सबसे खराब है और भ्रष्टाचार, दलाली, और मनमाने नियमों वाले इन परीक्षाओं की अब ज़रूरत भी नहीं है.
एसटीईटी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर पुष्पम ने कहा कि बैचलर ऑफ एजुकेशन के ढाई-तीन लाख बिहार के युवा हैं और टीचरों की आवश्यकता पांच लाख से ज्यादा है. उन्होंने कहा कि परीक्षा के रिजल्ट की घोषणा तो तुरंत करने की जरूरत है ही, साथ ही जितने भी बीएड पास अभ्यर्थी हैं, उनकी सीधे बहाली कर शिक्षकों के अकाल को दूर करने की जरूरत है.
पुष्पम ने यह भी कहा कि एसटीईटी के 2.5 लाख अभ्यर्थियों के साथ सरकार जो कर रही है, वह बताता है कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है. उन्होंने कहा कि एफआईआर, धमकी, महीनों की प्रताड़ना, कुछ अभ्यर्थियों द्वारा आत्महत्या, और अब कोरोना काल में होम सेंटर न देकर दिल्ली से दौलताबाद दौड़ने के तुगलकी नियम, यह सब असंवेदनशीलता की इंतेहा ही है.
उन्होंने सरकारी तंत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जिन्होंने खुद ही कक्षाओं में शिक्षकों का सम्मान नहीं किया वे शिक्षकों की नियुक्ति के प्रति कितने गंभीर होंगे?
वहीं, इस मुद्दे पर प्लूरल्स के नेता सुधीर झा ने कहा कि हम जिले के हर स्कूल की व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं और सबकी हालत खराब है. उन्होंने कहा शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए प्राथमिक से लेकर उच्च विद्यालयों तक की खामियों को दूर करना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार बनने पर शिक्षा के क्षेत्र हर स्कूल और कॉलेज में शिक्षकों की बहाली की जाएगी और शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारा जाएगा.