इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) की ओर से 27 और 28 अगस्त को 16वें मार्केटिंग कॉन्क्लेव का आयोजन किया। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ‘Towards The Tipping Point’ थीम के साथ आयोजित इस कॉन्क्लेव का उद्घाटन किया। जावड़ेकर ने इस कार्यक्रम में फेक न्यूज को पेड न्यूज से अधिक खतरनाक करार दिया और इससे निपटने के लिए डिजिटल मीडिया में स्व-नियमन पर जोर दिया। इस कॉन्क्लेव में इंडस्ट्री के दिग्गज लोगों ने कोविड के बाद की स्थिति और जिम्मेदार मार्केटिंग के जरिए उपभोक्ता मांग में बढ़ोत्तरी के उपायों पर चर्चा की।
आइए जानते हैं इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले दिग्गजों ने क्या कहाः
मारिको के संस्थापक और चेयरमैन हर्ष मारीवाला ने कहा कि अब ब्रांड के लिए स्थायी आधार पर इनोवेशन जरूरी होगा। उन्होंने कहा कि दुनिया एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है और इसमें इनोवेशन की भूमिका बहुत अधिक बढ़ गई है।
जागरण न्यू मीडिया के सीईओ भरत गुप्ता ने विश्वसनीयता और भरोसा पैदा करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल जगत में कंटेंट तैयार करने वाले लोगों के लिए ये दो चीजें सबसे अहम हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि लोगों का ध्यान नए इनोवेशन के साथ बदलाव को स्वीकार करने पर होना चाहिए क्योंकि पुरानी कंपनियों के लिए अकेले विरासत के दम पर अस्तित्व बचाना मुश्किल होगा।
इंडियन एक्सप्रेस समूह के कार्यकारी निदेशक और IAMAI डिजिटल विज्ञापन समिति के चेयरमैन अनंत गोयनका ने इस कार्यक्रम में कहा कि एक प्रभावी संचार रणनीति को तैयार करने के लिए ब्रांड्स द्वारा डिजिटल विज्ञापन को तेजी से अपनाया जा रहा है। इसमें संगठन और इसके उपभोक्ताओं के बीच दो-तरफा संचार प्रक्रिया होती है।
फेसबुक के वाइस प्रेसिडेंट अजित मोहन ने डिजिटल जगत पर महामारी के असर को लेकर बात की। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि कपड़े, मोबाइल फोन और अन्य कंज्यूमर गुड्स सेग्मेंट में डिजिटल विज्ञापन से प्रभावित होकर खरीदारी करने की चलन में 15-20 फीसद का इजाफा हुआ है।
यूनिलीवर के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर नितिन परांजपे ने अपने संबोधन में कहा कि उद्देश्य से प्रासंगिकता पैदा होती है। उन्होंने कहा कि अगर आप किसी चीज का अर्थ पा लेते हैं या लोगों की जिंदगी को प्रभावित करने का जरिया हासिल कर लेते हैं तो ये उनके लिए अहम होता है। इससे बेहतर रिटर्न प्राप्त होता है।