सियासत के शिखर पुरूष और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आज आखिरी विदाई दी जाएगी. दोपहर 2.30 बजे दिल्ली के लोधी श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा. दोपहर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर रखा जाएगा. सुबह सवा 9 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें श्रद्धांजलि देंगे.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, ‘पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी जी ने दशकों से राष्ट्र को मजबूत बनाने के लिए अथक प्रयास किया. सरकार में हो या विपक्ष में, उन्होंने सभी को साथ लिया. उनके अपार योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा.’
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने प्रणब मुखर्जी के जाने से एक खालीपन से आ गया है. वह उदार और दयालु थे, जो बातचीत के दौरान यह नहीं जाहिर होने देते थे कि मैं भारत के राष्ट्रपति से बात कर रहा हूं. राजनीतिक मतभेदों के बावजूद, सभी को अपना बनाना उनकी प्रकृति में था. वह हमेशा याद किए जाएंगे.
केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में 7 दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. प्रणब मुखर्जी के निधन पर पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने भी 1 सितंबर को राज्य में शोक घोषित किया है. सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे. राज्य पुलिस दिवस समारोह भी 2 सितंबर के लिए स्थगित कर दिया गया है.