आने वाले यात्रा सीजन में देश विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए केदारनाथ पूरी तरह बदली से नजर आएगी। शंकराचार्य समाधि के साथ ही आस्था पथ का भी निर्माण पूरा हो जाएगा। केदारनाथ में दर्शनों के लिए नई व्यवस्था लागू होगी, वहीं तीर्थ पुरोहितों के भवनों का भी निर्माण पूरा हो जाएगा। केदारनाथ में द्वितीय चरण के कार्य भी शुरू हो रहे हैं, जिसमें से कई कार्य आने वाले यात्रा सीजन शुरू होने से पूर्व पूरे हो जाएंगे।
वर्ष 2013 में आपदा से तबाह हुई केदारपुरी को मास्टर प्लान से बसाने की कवायद अब दिखने लगी है। केदारपुरी में पैदल रास्ते, शंकराचार्य समाधि और आस्था पथ समेत अन्य कई कार्य आने वाले यात्रा सीजन में पूरी तरह आयाम ले लेंगे। 20 अक्टूबर वर्ष 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्माण कार्यों की नींव रखी थी।
तीन चरणों में निर्माण कार्य प्रस्तावित था, इसमें प्रथम चरण के तहत पांच कार्यों का निर्माण किया गया, जिसमें केदारनाथ मंदिर परिसर का चौड़ीकरण और मंदिर के सामने 200 मीटर लंबे पैदल मार्ग का निर्माण व चबूतरा निर्माण, मंदाकिनी नदी पर 400 मीटर आस्था पथ का निर्माण, शंकराचार्य समाधि, गरुडचट्टी को केदारनाथ तक पैदल मार्ग, तीर्थपुरोहितों के घरों का निर्माण, मंदाकिनी व अलकनंदा नदी पर घाट निर्माण व बाढ़ सुरक्षा कार्य शामिल था। इन कार्यों में 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। जो इस वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएंगे।
केदारपुरी में हर आधुनिक सुविधा देने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत किया जाना है। ताकि देश विदेश से आने वाले यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। तीन चरणों में निर्माण कार्य होना है इन निर्माण कार्यों में साढ़े चार सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। अभी प्रथम चरण में लगभग 125 करोड़ से अधिक धनराशि खर्च की गई थी, जबकि द्वितीय चरण में 130 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। तीसरे चरण में भी डेढ़ सौ करोड़ रुपये के कार्य होने प्रस्तावित हैं।
आने वाली यात्रा में इनका हो जाएगा निर्माण
- आस्था पथ का निर्माण
- आदि शंकराचार्य समाधि
- सरस्वती नदी पर प्लाजा का निर्माण
- संगम घाट का निर्माण नवनिर्माण
- पुलिस गेस्ट हाउस का निर्माण
मनोज सेमवाल (प्रबंधक, वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी) का कहना है कि आने वाले यात्रा सीजन में शंकराचार्य समाधि का निर्माण पूरा हो जाएगा, भक्त 2013 के बाद फिर से आदि शंकराचार्य समाधि के दर्शन कर सकेंगे।