पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सेहत में सुधार नहीं हो रहा है. आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल की ओर से शुक्रवार को जारी हेल्थ बुलिटेन के मुताबिक, प्रणब मुखर्जी की तबीयत में कोई बदलाव नहीं हुआ है. वह वेंटिलेटर सपोर्ट सिस्टम पर हैं. उनकी हालत अभी भी स्थिर है.
प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिषेक मुखर्जी ने कहा कि 96 घंटे की निगरानी अवधि आज समाप्त हो रही है. मेरे पिता के महत्वपूर्ण पैरामीटर स्थिर बने हुए हैं और वे बाहरी उपचार का जवाब दे रहे हैं. मेरे पिता ने हमेशा कहा कि मैंने जितना दिया, उससे कहीं ज्यादा भारत के लोगों ने मुझे दिया. कृपया उनके लिए प्रार्थना करें.
इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की स्वास्थ्य संबंधी स्थिति गुरुवार को भी जस की तस गंभीर बनी हुई रही. बीते दिनों ही भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजीटिव भी पाए गए थे. उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने पिता के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में अटकलों का खंडन करते हुए कहा कि उनके पिता जीवित हैं.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सोमवार को दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रणब मुखर्जी रविवार को दिल्ली स्थित अपने आवास के बाथरूम में गिरकर चोटिल हो गए थे. इसके बाद उनके मस्तिष्क में एक जगह पर खून का थक्का जम गया था. इस जमे खून को निकालने के लिए उनकी सर्जरी की गई थी.
इस जटिल सर्जरी के बाद पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को वेंटिलेटर पर रखा गया है. अस्पताल ने अपने मेडिकल बुलेटिन में कहा था कि 10 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर उन्हें क्रिटिकल अवस्था में अस्पताल लाया गया था. जांच के दौरान उनके मस्तिष्क में एक बड़े खून के थक्के का पता चला, इसके लिए एक जटिल (लाइफ सेविंग) सर्जरी की गई थी.