देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बुधवार को राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (एनईजी) की पहली बैठक हुई। बैठक में देश और दुनिया में बनाई जा रही कोरोना वैक्सीन की खरीद के लिए तंत्र बनाने पर चर्चा की गई। कमेटी ने राज्यों को सलाह दी कि वे वैक्सीन खरीद के लिए अलग राह नहीं चुनें। बैठक की अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने की। इसमें देश में कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता और इसके वितरण तंत्र को सुनिश्चित करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक की सह अध्यक्षता सचिव (स्वास्थ्य मंत्रालय) ने की।
विशेषज्ञ समूह ने टीकाकरण प्रक्रिया पर नजर रखने के साथ ही टीका प्रबंधन और वितरण तंत्र के लिए एक डिजिटल बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए अवधारणा और कार्यान्वयन तंत्र पर भी विचार-विमर्श किया। विशेषज्ञ समूह की बैठक में देश के लिए कोरोना वैक्सीन उम्मीदवारों के चयन के लिए व्यापक मापदंडों पर चर्चा की और टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह की स्थाई तकनीकी उप-समिति (एनटीएजीआइ) से जानकारी मांगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘समूह ने घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित, कोरोना के दोनों तरह के टीकों के लिए खरीद प्रणाली के साथ-साथ टीकाकरण के लिए आबादी के समूहों की प्राथमिकता निर्धारित करने वाले सिद्धांतों पर भी विचार विमर्श किया।’ विशेषज्ञ समूह ने टीके की खरीद के लिए जरूरी वित्तीय संसाधन और वित्त मुहैया करने के लिए विभिन्न विकल्पों पर भी चर्चा की। टीके के वितरण के लिए उपलब्ध विकल्पों, कोल्ड चेन और टीकाकरण के लिए संबद्ध बुनियादी ढांचा तैयार करने पर भी चर्चा हुई।