राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ दिवस की 78वीं वर्षगांठ पर रविवार को देशभर के 202 स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया। हालांकि, उन्होंने इस बार कोरोना संक्रमण की महामारी के मद्देनजर अपने आवास पर स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में प्रीतिभोज का आयोजन नहीं करने का फैसला किया है। भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हर साल नौ अगस्त को राष्ट्रपति भवन में प्रीतिभोज के आयोजन की परंपरा रही है।
राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ‘कोरोना संक्रमण की महामारी के मद्देनजर राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों से आग्रह किया गया था कि वे जिलाधिकारियों, अतिरिक्त जिलाधिकारियों या उप जिलाधिकारियों को भेजकर स्वतंत्रता सेनानियों को उनके घर पर शॉल व अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित करें।
राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को रेजिडेंट कमिश्नर के जरिये शॉल व अंगवस्त्रम भिजवा दिए गए थे।’उल्लेखनीय है कि आठ अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी ने भारत से अंग्रेजों के शासन को खत्म करने के लिए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की शुरुआत की थी।