प्रवर्तन निदेशालय (एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट) के सामने करोड़ों के लेन देने के मामले में शुक्रवार को पेश हुईं अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने पूछताछ में तमाम चीजों के याद न होने की बात कही है।
कानूनी जानकार कहते हैं कि किसी मामले में आरोपित व्यक्ति अगर किसी बात की याद न होने की बात कहते हैं तो पूछताछ के दौरान उस पर कोई बात कहने का दबाव नहीं डाला जा सकता और ऐसे में जांचकर्ता एजेंसी का दायित्व बनता है कि वह अभियुक्त पर लगाए आरोप साबित करे और उनके सबूत जुटाए।
सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले में रिया चक्रवर्ती उनके भाई शौविक व अन्य पर बिहार में नामजद रिपोर्ट दर्ज हुई है। ये एफआईआर अब सीबीआई जांच का हिस्सा है। बिहार में दर्ज रिपोर्ट में 15 करोड़ रुपयों के कथित गबन का मामला सामने आने पर ही प्रवर्तन निदेशालय भी सक्रिय हुआ।
रिया ने शुक्रवार की सुबह निदेशालय के सामने पेश न होने का पैंतरा फेंका था और कहा था कि व्हाट्सएप पर मिले बुलावे का उन्होंने ई मेल से जवाब दे दिया है। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय ने साफ कर दिया कि सुनवाई के लिए उन्हें व्यक्तिगत तौर पर हाजिर ही होना होगा।
रिया चक्रवर्ती के कॉल डिटेल्स सामने आने और उसमें सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच कर रही टीमों के सुपरवाइजर सीनियर पुलिस अफसर का नाम भी सामने आने के बाद मामला और रिया के खिलाफ जात दिखने लगा है।
रिया की कॉल डिटेल्स से अभी और भी खुलासे होने बाकी है। इन डिटेल्स में रिया के फिल्ममेकर महेश भट्ट के लगातार संपर्क में होने की बात भी सामने आई है। सुशांत के खातों से कथित गबन की जांच के दौरान रिया चक्रवर्ती ने ज्यादा कुछ अब तक बताया नहीं है। वह अपने भाई के साथ प्रवर्तन निदेशालय पहुंची और वहां करीब साढ़े आठ घंटे तक रहीं।
इस दौरान ज्यादातर सवालों के जवाबों में रिया ने कुछ भी याद नहीं होने का बहाना बनाया। रिया चक्रवर्ती पर दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने आरोप लगाया है कि अभिनेत्री ने दिवंगत अभिनेता के बैंक अकाउंट से करोड़ों रुपयों का हेरफेर किया है। ये पैसा सुशांत के अकाउंट से दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया, इसी की जांच अब प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है।