बाढ़ के कारण देश के विभिन्न राज्यों में संकट की स्थिति है, लेकिन सबसे बुरे हालात इस वक्त असम में हैं। यहां अब तक 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों जिंदगीयां प्रभावित हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ अब बिहार और उत्तर प्रदेश में भी बाढ़ के कारण स्थिति बिगड़ने लगी है। इनके अलावा तेलंगाना में भी भारी बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया है, जिस वजह से लोगों का अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है।

असम में सबसे ज्यादा बुरी स्थिति
बाढ़ के कारण इस वक्त सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य असम है। इसके नगांव जिले के राहा क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है, बाढ़ के पानी में कई स्कूल, जलापूर्ति परियोजना और अन्य सरकारी इमारतें जलमग्न हो गई हैं। इस क्षेत्र की नदियों- बोरपानी, कपिली, कलंग का जल स्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जबकि यहां के सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें मगगांव, आमतला, कमरगांव आदि शामिल हैं। पीने के पानी की कमी के कारण लोग हैंडपंपों के माध्यम से पानी लाने को मजबूर हैं। न्यूज एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, एक स्थानीय संजीव हजारिका ने बताया, “बाढ़ के कारण राज्य के लगभग 50,000 लोग प्रभावित हुए हैं। उनके खेत जलमग्न हो गए हैं। कई लोग वर्तमान में शेल्टर होम में रह रहे हैं और सरकार स्थानीय लोगों को राहत सामग्री प्रदान कर रही है।” राज्य में बाढ़ के कारण तीन और लोगों की मृत्यु के साथ, कुल मौतों की संख्या 96 हो गई है। असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यह जानकारी दी है।
बिहार में 10 लाख जिंदगीयां हुई प्रभावित
बिहार में भी भारी बारिश के कारण स्थिति काफी खराब हो गई है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने शनिवार को जानकारी दी है कि बिहार में बाढ़ के कारण दस लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 15,000 से अधिक लोग शेल्टर होम में रह रहे हैं। वहीं अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। विभाग के मुताबिक, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 22 टीमों को राज्य में तैनात किया गया है। सरकार ने बताया, “बिहार में बाढ़ के कारण 10,61,152 लोग प्रभावित हुए हैं और 15,956 लोग शेल्टर होम में रह रहे हैं। राज्य में एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की गई हैं।”
तेलंगाना के विभिन्न शहरों में सड़कों पर बहा पानी
तेलंगाना के भी विभिन्न शहरों में भारी बारिश के चलते सड़कों पर पानी भर गया है। इतना ही नहीं, राज्य में भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में झीलें बह रही हैं। गांवों के बीच परिवहन बुरी तरह बाधित है। इस बीच, राज्य में सड़कों पर बह रहे पानी के तेज बहाव के कारण एक कार के साथ महिला पानी में बह गई, जिसका अभी तक पता नहीं चल सका है। हालांकि उसके साथ गाड़ी में सवार दो अन्य लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, सड़कों पर बह रहे पानी के कारण एक आठ महीने की गर्भवती महिला को परिवार के सदस्य कंधे पर बैठाकर अस्पताल ले गए।
उत्तर प्रदेश में गंगा और राप्ती नदी में बढ़ा जल स्तर
लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है, जिसे लेकर सम्भल प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके चलते बाढ़ चौकियों को भी सक्रिय कर दिया गया है। पानी के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए तहसील परिसर में कंट्रोल रूम बनाकर हर दो-दो घंटे के बाद गंगा के जलस्तर की मॉनीटरिग की जा रही है। कस्बा बबराला के गंगातट राजघाट पर बने लोहे के पुल पर 1965 की बाढ़ के समय लगाए गए खतरे के निशान को वर्तमान जलस्तर ने छू लिया है। वहीं, दूसरी तरफ राप्ती नदी गोरखपुर में तबाही मचाने की तरफ से तेजी से बढ़ रही है। जलस्तर खतरे के बिंदु से एक मीटर छह सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal