कानपुर में लैब असिस्टेंट संजीत यादव की हत्या के बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने कहा कि यूपी में जंगलराज है. विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस की ओर से कई ट्वीट किए गए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस की ओर से कहा गया कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती, उनका कोई धर्म नहीं होता. हमारी सरकार ने समाज से ऐसे तत्वों को साफ करने की ठान ली है शायद इसीलिए इतना शोर मच रहा पर हम शांत नहीं बैठने वाले. जीरो टॉलरेंस के वार से अपराधी ‘असहाय’ व उनके संरक्षक व्याकुल हैं.
इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के दफ्तर की ओर से कहा गया, ‘यह सीएम योगी आदित्यनाथ के कुशल नेतृत्व का ही सुफल है कि यूपी में कभी मृत्यु का पर्याय रहा इंसेफेलाइटिस, आज मृत्यु शैया पर है. यही नहीं सक्रिय एवं संवर्धित स्वास्थ्य सेवाओं की सहज उपलब्धता से यूपी में कोरोना से मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम है.’
सीएम योगी आदित्यनाथ के दफ्तर की ओर से कहा गया, ‘कोरोना की वैश्विक आपदा में भी प्रधानमंत्री की प्रेरणा से सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ की संकल्पना आकार ले चुकी है. सवा करोड़ से भी अधिक लोगों को एक दिन में रोजगार उपलब्ध कराने का भागीरथी कार्य उसकी एक झांकी है.’
क्राइम ग्राफ पर सीएम योगी आदित्यनाथ के दफ्तर की ओर से कहा गया, ‘यूपी में आपको तंग करने वाले, बहू-बेटियों को परेशान करने वाले अपराधियों को सजा देने और उनकी नियति तक पहुंचाने हेतु आपकी सरकार प्रतिबद्ध है. अतएव अपराधी संरक्षक मुदित न हों. शीघ्र ही ‘भय भंजक, दुष्ट निकंदन’ का प्रभामंडल उन्हें पुनः रुदाली बनने का अवसर देगा.’
विपक्ष पर निशाना साधते सीएम योगी आदित्यनाथ के दफ्तर की ओर से कहा गया, ‘कुलभूषणों की संवेदना जाति देखकर जाग्रत होती हैं. दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में भी जाति देखकर ही संवेदनाएं प्रकट करते हैं,यही वजह है कि जागरूक जनता ने जातिवादियों को नकारा, कुर्सी से हटाया और सीएम योगी को चुना. सत्ता के लालच में अब वे बौखला गए हैं.’