कोरोनावायरस महामारी को नियंत्रण में करने के लिए जब से लॉकडाउन लागू हुआ है, उस समय से इक्विटी मार्केट में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के चेयरमैन अजय त्यागी ने बुधवार को यह बात कही। फिक्की के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए त्यागी ने कहा कि नए डिमैट अकाउंट्स में वृद्धि हुई है क्योंकि कई प्रतिभागियों ने पहली बार निवेश किया है।
त्यागी ने कहा, ”हमने पिछले कुछ माह में खुदरा निवेशकों की भागीदारी में बहुत अधिक बढ़ोत्तरी देखी है।”
उन्होंने कहा है कि कॉरपोरेट्स के लिए फंड जुटाने को आसान बनाने के लिए विनियामक ने कई तरह के कदम उठाए हैं क्योंकि कई कंपनियां महामारी की वजह से विभिन्न तरह की चुनौतियों का सामना कर रही हैं।
त्यागी ने बताया कि कंपनियों को राइट्स इश्यू, फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर सहित विभिन्न मोर्चों पर नीतिगत छूट दी गई है। इसके अलावा प्रिफरेंशियल इश्यू के जरिए शेयरों के आवंटन से जुड़े प्राइसिंग फ्रेमवर्क को आसान बनाया गया है।
त्यागी ने इस दौरान कहा कि कॉरपोरेट बॉन्ड मार्केट बढ़िया रेटिंग वाले बॉन्ड्स तक सीमित है। उन्होंने कहा कि बहुत कम इश्यूअर ही डेब्ट के जरिए फंड जुटा पाते हैं। उन्होंने कहा कि कॉरपोर्ट बॉन्ड मार्केट में संस्थागत निवेशकों के साथ-साथ अन्य कंपनियों की भी जरूरत है क्योंकि म्युचुअल फंड्स ही इस सेग्मेंट में हिस्सा लेने वाले बड़े प्लेयर्स हैं।