भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता संबित पात्रा के बयान पर राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने निशाना साधा है. खाचरियावास ने संबित पात्रा को ‘झूठ की सबसे बड़ी मशीन’ (बिगेस्ट जनरेटर) बताया.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि वे (संबित पात्रा) पूछ रहे हैं कि फोन टैपिंग कैसे हुआ. एक तरह से उन्होंने मान लिया ऐसी बातें हो रही थीं. उन्हें जनता को यह बताना चाहिए विधायकों की खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) क्यों की गई.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, राजस्थान के मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि वे राजनीति से संन्यास लेंगे. इसलिए हालिया प्रकरण के बारे में कुछ भी कहने को अब नहीं बचता है. परिवहन मंत्री ने कहा, हमारे विधायक सामने आ रहे हैं और अपनी बात रख रहे हैं.
मैं बोल रहा हूं, रघु शर्मा भी बोल रहे हैं लेकिन बागी विधायक कहां हैं? वे इस मसले पर क्यों नहीं बोल रहे? बल्कि उनके बदले बीजेपी बोल रही है. एसओजी की टीम कल (शुक्रवार) मानेसर गई लेकिन उसे होटल के बाहर डेढ़ घंटे इंतजार करना पड़ा. टीम को होटल में घुसने से रोका गया.
खाचरियावास के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपनी बात रखी. डोटासरा ने कहा, हमलोग हर दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं मगर सचिन पायलट कहां हैं? अन्य विधायक (पायलट कैंप के) कहां हैं? वे लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं कर रहे? डोटासरा ने कहा, हमलोगों को खुद की जेब से फाइव स्टार होटल का खर्चा चुकाना पड़ रहा है.
इसी मामले में प्रदेश के मंत्री रघु शर्मा ने कहा, उनसे (पायलट खेमा) पूछा जाना चाहिए कि किसके खर्च पर वे हरियाणा के होटल में रुके हैं.
बता दें, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने शनिवार सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फोन टैपिंग का आरोप सीधा सरकार पर लगाया और इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की.
पात्रा ने कहा कि राजस्थान में सियासी संकट के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार है क्योंकि इसकी साजिश उसके अंदर से ही रची गई है. पात्रा ने पूछा कि किस अधिकार के तहत सरकार ने फोन टैपिंग कराए, इसका पहले जवाब दिया जाना चाहिए.
पात्रा के इस बयान पर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास, गोविंद सिंह डोटासरा और रघु शर्मा ने जवाब दिया.