चुनाव आयोग ने सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों से देश में आगामी चुनावों के दौरान प्रचार पर उनके विचार और सुझाव मांगे हैं। इसका कारण यह है कि कोविड-19 महामारी अभी भी जारी है। एक पृष्ठ के पत्र में चुनाव निकाय ने सभी पार्टियों से 31 जुलाई तक जवाब मांगा है और कहा है कि इस साल कुछ राज्यों में उपचुनाव और बिहार विधानसभा का चुनाव कराया जाना है।
चुनाव आयोग ने देश में कोविड-19 की वर्तमान स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा है कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं कुछ अन्य कानूनों के तहत कई दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना, शारीरिक दूरी आदि जैसे कदम देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए हैं।आयोग ने पार्टियों से इन मुद्दों को ध्यान में रखते हुए 31 जुलाई तक अपने विचार और सुझाव भेज देने के लिए कहा है। इससे प्रत्याशियों या राजनीतिक दलों द्वारा किए जाने वाले प्रचार के लिए आवश्यक दिशानिर्देश तैयार किए जा सकेंगे।
महाराष्ट्र की पहली महिला चुनाव आयुक्त की कोरोना से मौत
बहुमुखी प्रतिभा की धनी और पहली राज्य चुनाव आयुक्त बनकर इतिहास रचने वाली सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी नीला सत्यनारायण की एक अस्पताल में कोविड-19 से मौत हो गई। 1972 बैच की आइएएस अधिकारी रह चुकी 71 वर्षीया सत्यनारायण ने राज्य सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया था। नौकरशाही में 42 वर्षो की सेवा को देखते हुए उन्हें राज्य चुनाव आयुक्त बनाया गया था।उन्होंने कई किताबें लिखीं और वह कवयित्री, गीतकार, गायिका और संगीतकार एवं संगीत निर्देशक भी थीं। उन्होंने कई मराठी फिल्मों और बॉलीवुड फिल्मों में संगीत भी दिए। कुछ दिनों पहले कोरोना के इलाज के लिए उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने गुरुवार को अंतिम सांस ली।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राकांपा प्रमुख शरद पवार सहित कई राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। ठाकरे ने कहा कि एक नौकरशाह के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के अलावा, उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में भी अपने लिए एक जगह बनाई।