यूं तो कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वहीं संक्रमित मरीजों की भी संख्या लगातार बढ़ ही रही है। अगर हम पिछले कुछ दिनों के आंकड़े पर जाएं तो यही पाएंगे कि पॉजिटिव मरीजों के मौत का आंकड़ा बढ़ गया है। मौत का आंकड़ा बढऩा कहीं न कहीं कोरोना के प्रति लापरवाही दर्शाता है। इससे बचाव के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं हो रहे हैं और रोजाना हर सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ रहती है। इसी का नतीजा है कि अब मौत का आंकड़ा 3.88 फीसद पहुंच गया है।
31 मई तक प्रयागराज में तीन लोगों की हुई थी मौत
इस महीने कोरोना का संक्रमण जिस तेजी से बढ़ा है, उसी गति से मौत का भी आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। पिछले महीने तक मौत का आंकड़ा जहां एक दहाई से भी कम था, अब इस महीने 16 दिन में ही 21 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है। यह सभी मौत मेडिकल कालेज के स्वरूपरानी नेहरू कोविड अस्पताल में हो रही है। 31 मई तक 87 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे, तब तक तीन की ही मौत हुई थी और ग्राफ 3.87 फीसद रहा। जून में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 286 हुई और मौत का ग्राफ 2.79 फीसद रहा। वहीं जुलाई में आंकड़े तेजी से बढ़े। अब संक्रमितों की संख्या 752 हो गई। गुरुवार तक मौत का आकड़ा 29 पर पहुंच गया है।
शिक्षिका समेत चार कोरोना संक्रमित की गई जान
गुरुवार की रात तक एक दिन में कोरोना वायरस से संक्रमित चार मरीजों की मौत हुई। उनमें एक निजी स्कूल की शिक्षिका भी शामिल हैं। 41 वर्षीया शिक्षिका की एसपी मार्ग स्थित रोडवेज वर्कशाप के समीप की रहने वाली थीं। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इन्हेंं एसआरएन में भर्ती किया गया था। इनकी किडनी भी फेल हो गई थी। गुरुवार को उनकी मौत हो गई। इसी तरह नैनी निवासी एक युवक कोरोना की चपेट में था इसलिए 12 जुलाई को उसे एसआरएन में भर्ती कराया गया था, जिसकी मौत हो गई। नैनी का ही रहने वाला ही एक और मृतक है, जो 14 जुलाई को कोरोना की चपेट में आया था। एसआरएन कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई।
कोविड-19 के नोडल अधिकारी ने कहा
कोविड-19 के नोडल व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय का कहना है अब तक जिन कोरोना मरीजों की मौत हुई उसमें ज्यादातर मरीज पहले से ही पुरानी बीमारी की चपेट में थे। जुलाई में कोरोना मरीजों की संख्या तो बढ़ी ही है साथ ही मौत भी ज्यादा हुई है। कोरोना से बचाव के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा।