कोरोना के गहराते प्रकोप के बीच सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को चांदी का भाव सात साल की नई ऊंचाई को छू गया.
भारत में चांदी का भाव 2013 के बाद 53,000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा चल रहा है जबकि सोने का भाव इस समय 49,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है.
कमोडिटी बाजार के जानकार बताते हैं कि सोना और चांदी के भाव का अनुपात फिर घटता जा रहा है. यह इस बात का संकेत है कि सोने के बजाय चांदी की तरफ निवेशकों का रुझान बढ़ा है.
आपको बता दें कि कोरोना काल में महंगी धातुओं की निवेश मांग बढ़ने से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने या चांदी के दाम में जबरदस्त तेजी आई है.
दरअसल, चांदी औद्योगिक धातु है और लॉकडाउन खुलने से उद्योग में इसकी मांग बढ़ने की उम्मीद है. यही वजह है कि इसकी कीमतों में तेजी देखी जा रही है. हालांकि सोने में भी तेजी का रुख बना हुआ है.
केडिया कमोडिटी के अजय केडिया ने बताया कि सिल्वर इंस्टीट्यूट के अनुसार 2020 की पहली छमाही में चांदी की निवेश मांग में 10 फीसदी इजाफा हुआ है और शुरुआती कमजोरी के बाद मई से इसकी औद्योगिक मांग बढ़ गई है.
एक तथ्य ये भी है कि जब कभी सोना महंगा होता है तो ग्रामीण इलाके में चांदी के आभूषणों की मांग बढ़ जाती है.