हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष के 14वें दिन को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. इस बार सावन की शिवरात्रि 19 जुलाई, रविवार के दिन है. इस दिन आद्रा नक्षत्र भी पड़ रहा है. सावन की शिवरात्रि में विशेष पूजा अर्चना कर शिवजी को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है.
रविवार के दिन शिवरात्रि में जल चढ़ाने के और भी कई फायदे होते हैं. इस दिन प्रकृति में कई तरह के बदलाव आते हैं. आचार्य भूषण कौशल से जानते हैं कि सावन की शिवरात्रि में शिव पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और किस तरह विवाह, संतान अच्छी सेहत और धनलाभ का वरदान पाया जा सकता है.
सावन शिवजी का महीना है. शिवरात्रि में शिव पूजा करने से पहला लाभ ये होगा कि कुंवारी कन्याओं के विवाह का योग बनेगा.
जिनका विवाह हो चुका है उनके जीवन में खुशियां आएंगी और पति की तरक्की होगी. दूसरा लाभ ये होगा कि शिवपूजा से आपकी सेहत भी अच्छी हो जाएगी.
इसके अलावा सावन की शिवरात्रि में शिव पूजा से धन धान्य की वृद्धि होती है. अगर आप किसी वजह से मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ा पा रहे हैं तो कोई बात नहीं. घर के आंगन या बालकनी में मिट्टी का शिवलिंग बनाएं और तांबे के लोटे में दूध, जल, बेलपत्र, सफेद फूल, बताशे, सुगंध और धतूरा डालकर शिवलिंग पर चढाएं.
19 जुलाई को शिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 40 मिनट से शुरू हो जाएगा जो सुबह 8 बजकर 25 मिनट तक रहेगा. चल चढ़ाते समय शिव के मंत्रों का जाप करते जाएं. पूजा की तैयारी एक दिन पहले रात में ही कर लें.
शिवरात्रि के दिन शाम के समय भी जल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है. शिवरात्रि में रात का समय बहुत महत्वपूर्ण होता है. आप इस दिन शाम को 7.30 बजे से लेकर रात में 9.30 तक शिवजी पर जल चढ़ाएं. इससे आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
सावन की शिवरात्रि के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. सावन शिवरात्रि का व्रत रखने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर प्राप्त होता है.
ऐसा कहा जाता है कि मासिक शिवरात्रि में व्रत, उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से सभी मनोमनाएं पूरी होती हैं.
शिवरात्रि का पूजन समय मध्य रात्रि के समय होता है. भगवान शिव की पूजा रात को 12 बजे के बाद करें और पूजा के समय श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करें. ऐसा करने से सारी आर्थिक परेशानी दूर होती हैं.
इस दिन सफेद वस्तुओं का दान करने की अधिक महिमा होती है, जिससे आपके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी. यह भी कहा जाता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन शिव पार्वती की पूजा व्यक्ति को हर तरह के कर्जों से मुक्ति दिलाती है.