राजस्थान में बागी सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहली बार मीडिया के सामने आए.
अशोक गहलोत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से लगातार सरकार को कमजोर करने की कोशिश हो रही थी. जिनपर एक्शन लिया गया है वो लगातार ‘आ बैल मुझे मार’ के रवैये के साथ काम कर रहे थे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को राज्यपाल से मुलाकात की. इस दौरान मंत्रिमंडल में बदलाव की जानकारी दी.
यहां मीडिया से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि बीजेपी की ओर से पैसे और एजेंसियों के दम पर सरकारों को कमजोर किया जा रहा है. पहले मध्य प्रदेश में किया गया, अब राजस्थान में किया गया है.
अशोक गहलोत ने कहा कि हम बीजेपी के मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे. सचिन पायलट को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से काफी मौका दिया गया, आज की बैठक उनके लिए रखी गई लेकिन कोई नहीं आया. कुछ नेता आना चाहते थे, लेकिन नहीं आ पाए.
अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि रिजॉर्ट से लेकर बगावत तक की सारी व्यवस्था बीजेपी की ओर से की जा रही है.
अशोक गहलोत ने कहा कि जनता ने हमारा साथ दिया, लेकिन बीजेपी इसे स्वीकार नहीं कर पाई है. जिनपर एक्शन लिया गया उसपर हमें खुशी नहीं है, मैंने उनकी कोई शिकायत नहीं की. लेकिन उनका रवैया ऐसा ही रहा है, पिछले काफी वक्त से ‘आ बैल मुझे मार’ का रवैया रहा है.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले तीन महीने से लगातार बयानबाजी की जा रही थी, लोगों की भावनाओं को समझना चाहिए. सीएम ने कहा कि मैंने किसी विधायक के साथ भेदभाव नहीं किया.
पार्टी तोड़ना गलत है, कोई कह रहा है कि नई पार्टी बनाएंगे. हमारे साथ 122 लोग हैं और 107 कांग्रेस के हैं, अब फ्लोर टेस्ट की मांग की जा रही है.
सीएम ने कहा कि आप फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहे हो, इसका मतलब बीजेपी के समर्थन से सरकार गिराना चाहते हो.
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