कानपुर गोलीकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का शुक्रवार सुबह एनकाउंटर हो गया. इस पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी इस पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पूरे मामले की हाई कोर्ट के जज से जांच कराने की भी मांग की है.
दरअसल, वाराणसी में आजतक से बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने आरोप लगाया कि कानपुर एसपी से लेकर चौबेपुर के थाने तक विकास दुबे को संरक्षण मिला हुआ था.
उन्होंने कहा कि हमारे पुलिस के जवान शहीद हुए यह बहुत ही दुखद घटना है. ऐसे दुर्दांत अपराधी के ऊपर ना तो सरकार रासुका लगा सकी और ना ही गैंगस्टर के तहत कार्रवाई कर सकी और 3 सालों तक वह खुलेआम घूमता रहा.
राजभर ने यह भी आरोप लगाया कि विकास दुबे की हत्या हुई है ना कि एनकाउंटर हुआ है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि योगी सरकार विकास दुबे के खिलाफ पिछले 3 साल से कार्रवाई क्यों नहीं कर रही थी? आज जब उसने पुलिस के जवानों को शहीद किया, तब जाकर सरकार की नींद खुल रही है.
ओमप्रकाश राजभर ने सवाल खड़ा किया कि पुलिस की कस्टडी में विकास दुबे के साथ ऐसा होना बहुत बड़ी बात है. विकास दुबे को कोर्ट में पेश किया जाना चाहिए था.
उसको भले ही फांसी की सजा दिलवाई जाती, स्पेशल कोर्ट बैठा दिया जाता. उन्होंने कहा कि विकास दुबे जैसा अपराधी 8-8 पुलिस वालों को एके-47 से मार देता है तो उसके ऊपर गैंगस्टर क्यों नहीं लगाया गया.