भारत द्वारा चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के दो दिनो बाद, रिपब्लिकन नेता और भारतीय अमेरिकी निक्की हेली ने कहा कि भारत ने यह दिखाया है कि वह चीनी रवैये के आगे नहीं झुकेगा। गौरतलब है कि भारत ने सोमवार को चीन के 59 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसमें टिकटॉक और यूसी ब्राउज़र शामिल हैं। भारत ने कहा कि कहा कि ये ऐप्स देश की संप्रभुता, अखंडता और सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह रखते थे। लद्दाख में वास्तवीक नियत्रंण रेखा (LAC) पर चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत ने कदम उठाया है। चीनी और भारतीय सेना के बीच 15 जुलाई को गलवन घाटी में हिंसक झड़प हुई। इस झड़प में भारत के 20 जवानों ने बहादुरी का अप्रतिम परिचय देते हुए बलिदान दिया था। चीनी सेना को भी भारी नुकसान हुआ था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।
पोंपियो ने भारत के फैसले का स्वागत किया
पोंपियो ने बुधवार को चीनी के दर्जनों ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के भारत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह भारत की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देगा। उन्होंने विदेश विभाग के फोगी बॉटम मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, ‘हम कुछ मोबाइल ऐप पर भारत के प्रतिबंध का स्वागत करते हैं जो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के लिए निगरानी का कार्य करता है।’ फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में, रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के भारत के कदम का समर्थन किया।
भारत टिकटॉक का सबसे बड़ा बाजार
एमआइटी टेकनॉलजी रिव्यू के अनुसार भारत में एक विशाल स्मार्टफोन उपयोगकर्ता आधार और अंग्रेजी बोलने वाली आबादी है, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा सोशल मीडिया बाजार बनाती है। 2019 के अंत में लगभग 191 मिलियन डाउनलोड के साथ भारत टिकटॉक का सबसे बड़ा बाजार बनकर उभरा था।