चीन से विवाद के बीच देश में सियासी बयानबाजी का दौर जारी है. राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर हमला बोला है. केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने बच्चों के लिए देश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
ये बातें उन्होंने कानपुर-बुंदेलखंड और अवध क्षेत्र की संयुक्त जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए कहीं. इस वर्चुअल रैली में उन्होंने झांसी की रानी को याद करते हुए कहा कि बुंदेलखंड की एक बेटी ने राष्ट्र के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया. एक मां ऐसी थी, जिसने अपने बेटे को पीठ पर बांधकर तलवार निकालकर अंग्रेजों को ललकारा था
वहीं, दुर्भाग्य देखिए कि रायबरेली की एक सांसद ऐसी हैं, जो राजीव गांधी फाउंडेशन के जरिए अपने बच्चों के लिए देश को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं.
उन्होंने कहा कि गांधी परिवार ने चीन से समझौता कर अपनी तिजोरी भरी. सोनिया गांधी ने दुश्मन से हाथ मिलाया और प्रधानमंत्री राहत कोष से भी पैसा उठा लिया. ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान को अपना धर्म माना है और एक ‘प्रधान सेवक’ के रूप में काम किया है.
देश ने वह मंजर भी देखा है जब केंद्र सरकार एक रुपया भेजती थी और गरीब की जेब में केवल 10 पैसा पहुंचता था. आज मोदी सरकार गरीब के लिए एक रुपया भेजती है तो वह पूरा का पूरा बैंक खाते में पहुंचता है. उन्होंने कहा कि अमेठी में गांधी परिवार की घड़ी बंद हो चुकी है अब रायबरेली का परिणाम बदलने में देर नहीं लगेगी.
बता दें कि राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी से 10 सवाल पूछे हैं, जिस पर कांग्रेस पार्टी ने पलटवार किया है और बीजेपी पर 10 सवाल दागे हैं. साथ ही बीजेपी और आरएसएस को मिलने वाली विदेशी फंडिंग पर सवाल उठाए हैं.