उत्तर प्रदेश की सरकार ने आज प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए यूपी आत्मनिर्भर योजना की शुरुआत की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लॉन्च किया. सरकार का दावा है कि इससे सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा. लेकिन विपक्ष ने इस दावे को खोखला बताया है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर यूपी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने लिखा, ‘मनरेगा में जनता को नाममात्र के अस्थायी रोज़गार का झुनझुना देने की जगह उप्र के मुख्यमंत्री ये बताएं कि तथाकथित ‘इंवेस्टर मीट्स’ और ‘डिफ़ेंस एक्सपो’ के बाद हुए कितने करार सच में बैंकों के सहयोग से ज़मीन पर उतरे हैं व उनसे कितनों को सच्चा रोज़गार मिला है.’
बता दें कि यूपी सरकार की इस योजना के तहत प्रदेश में जारी कई योजनाओं और कुछ नई योजनाओं को मिला दिया गया है, जिसके तहत करीब सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा. सरकार का दावा है कि उनकी कोशिश मजदूरों को उनके गांवों के पास ही रोजगार देने की है.
दरअसल, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इस योजना की शुरुआत की तो उत्तर प्रदेश में रही पूर्व की सरकारों पर भी तंज कसा. पीएम मोदी ने कहा कि योगी सरकार ने कोरोना से लड़ाई में शानदार काम किया है, अगर पुरानी सरकारें होतीं तो अस्पताल और बेड की संख्या का बहाना बनाकर हाथ खड़े कर देतीं.
योगी सरकार की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संकट के वक्त जो साहस दिखाता है, उसे ही सफलता मिलती है. आज जब दुनिया में कोरोना का संकट है, उसमें यूपी ने साहस दिखाया है उसकी तारीफ हो रही है. योगी सरकार का शानदार काम आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी.