हरियाणा के युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार जल्द ही आधुनिक रोजगार पोर्टल लांच करेगी। इस पोर्टल से युवा हजारों निजी कंपनियों से सीधा जुड़ सकेंगे।
यह जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी है। उन्होंने बताया कि पोर्टल से जहां प्रदेश के युवाओं के लिए बड़ी-बड़ी निजी कंपनियों में नौकरियों के रास्ते सुगम होंगे, वहीं कंपनियों को भी पढ़े-लिखे योग्य युवा मिलेंगे।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को रोजगार मुहैया करवाना सरकार की प्राथमिकता है। जल्द प्रदेश में बनने वाले नए रोजगार भवन के अनावरण के साथ ही युवाओं के रोजगार के लिए आधुनिक रोजगार वेब पोर्टल की शुरुआत कर दी जाएगी। सोहना में जापानी कंपनी जेपीएल के लिथियम बैटरी कारखाने में प्रदेश के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिया जाएगा।
लगभग 174 एकड़ में लगने वाले इस कारखाने के स्थापित होने पर 11 से 15 हजार युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। जापानी कंपनी ने जल्दी जमीन आवंटित करने का आग्रह किया है।
इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एचएसआईडीसी ने अपना कार्य शुरू कर दिया है। यह प्रोजेक्ट पहले चीनी कंपनी एटीएल का था लेकिन अब जापानी कंपनी जेपीएल ने इसे ओवरटेक कर लिया है।
उन्होंने कहा कि जापान और भारत के पुराने और अच्छे रिश्ते हैं, विशेषकर हरियाणा से जापानी उद्योगपति सबसे ज्यादा जुड़े हैं। हरियाणा में तीन होटल और गुरुग्राम में 8 रेस्त्रां जापान के लोग चला रहे हैं।
राज्य के दो स्कूलों में जापानी भाषा की पढ़ाई भी होती है। चौटाला ने कहा कि भारतीय सेना अपनी इंजीनियरिंग विंग की मदद से पहले से ही अधिकतम कदम उठा चुकी है और इसी तरह हमें भी देश के आईटी क्षेत्र में आधारभूत संरचना को मजबूत करने की जरूरत है।
बकौल दुष्यंत, एमएसएमई निदेशालय में स्पेशल काउंसिलिंग सुविधाओं के साथ रिसर्च एंड डेवलपमेंट की दो यूनिट अलग से बनाई जाएंगी। जिसका मुख्य फोकस यही रहेगा कि नए उद्योग शुरू करने वालों को पूरी तरह भारत की वस्तुओं का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसके लिए उद्यमियों की पूरी सहायता की जाएगी।
दुष्यंत चौटाला ने युवाओं का आह्वान किया है कि वे एक अच्छे एवं स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए नशे के खिलाफ सरकारी तथा सामाजिक संगठनों के माध्यम से चलाई जा रहीं मुहिम का हिस्सा बने।
अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध की पूर्व संध्या पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि नशा आज एक वैश्विक समस्या बनता जा रहा है। इस पर हमें राजनीति से ऊपर उठकर साझा रणनीति बनानी होगी।
नशे का कारोबार करने वाले व नशे की मांग करने वालों की सप्लाई चेन को तोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के चलते लोगों की मानसिकता में बदलाव आया है।
अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर हमें नशीली दवाओं व मादक पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ एकजुट होकर संकल्प लेना होगा। तभी हम एक सभ्य एवं स्वस्थ्य समाज का निर्माण करने के साथ-साथ इस समस्या से निपट सकते हैं।