कोरोना का कहर लगातार जारी. देश में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कोरोना पर टिप्पणी की है.
जस्टिस आरएफ नरीमन ने कहा कि हर दिन कोविड-19 की स्थिति बेहतर नहीं हो रही है, बल्कि गंभीर होती जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी पंजाब के व्यापारी जगजीत सिंह चहल की पैरोल के मामले में सुनवाई के दौरान की.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा किसी को दोबारा जेल कैसे भेज सकते हैं, जब जेलों में कैदी ज्यादा हों. कैदी को वापस जेल भेजने का अभी कोई मतलब नहीं है.
सुप्रीम कोर्ट ने आरोपी जगजीत सिंह चहल को पेरोल दी है. सुप्रीम कोर्ट ने ये पेरोल आरोपी चहल को हाईकोर्ट में उसकी अपील पेडिंग होने तक दी है.
इसके अलावा मानसिक बीमारी को मेडिकल बीमा कवर के तहत शामिल किए जाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और IRDA को नोटिस जारी किया है.
एडवोकेट गौरव बंसल ने याचिका दायर कर कहा है कि मेंटल हैल्थ केअर एक्ट 2017 में प्रावधान होने और IRDA के आदेश के बावजूद इंश्योरेंस कम्पनियां मानसिक बीमारियों के लिए इंश्योरेंस कवर नहीं देती हैं.