इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने लॉकडाउन के तीसरे चरण में जरूरी सामान की खरीददारी की इजाजत का स्वागत किया है.
इसके साथ ही महली ने प्रदेश सरकार से मांस के व्यापार पर लगी रोक हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि राज्य में मांस को खरीदने और बेचने को लेकर लगाई गई पाबंदी को हटाया जाए.
महली का कहना है कि मांस के कारोबार से आर्थिक फायदा भी होगा. इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि मांस के कारोबार से रोज कमाने और खाने वाली बड़ी आबादी जुड़ी हुई है. उनका ये भी कहना है कि मांस के व्यापार पर लगी रोक की वजह से तमाम व्यापारी बेहद परेशान हैं.
बता दें कि योगी सरकार ने राज्य में मांस की बिक्री पर फिलहाल रोक लगा रखी है. ऐसा नहीं है कि राज्य में पहली बार ऐसी मांग उठी है. अभी कुछ दिन पहले ही मशहूर कवि मुनव्वर राणा ने भी मांस का कारोबार फिर से शुरू कराने की अपील की थी.
मुनव्वर राणा ने इसे लेकर एक ट्वीट किया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, “योगी जी शराब पीने वालों को शराब पिलवाइए लेकिन हम लोगों को भी गोश्त खाने दीजिए.”
इसके साथ ही मुनव्वर राणा ने एक शायरी भी ट्वीट की थी. उन्होंने लिखा था, “कम से कम इंसाफ़ का दामन ना छोड़ो हाथ से, मैं नहीं कहता कि तुम मेरी तरफदारी करो.” बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए योगी सरकार ने कई हिदायतें भी लागू की थीं. उनमें से ही एक मांस बिक्री को लेकर था.
योगी सरकार ने 30 मई तक यूपी में मांस और शराब की बिक्री पर रोक लगा दी थी. लेकिन अब जब शराब की बिक्री शुरू करवा दी गई है तो लोग मांस की बिक्री को लेकर भी आवाज उठा रहे हैं.